विदेश मंत्रालय से रोम दौरे की अनुमति नहीं मिलने से ममता बनर्जी क्षुब्ध, कहा-मुझसे ईर्ष्या रखते हैं पीएम मोदी
विदेश मंत्रालय ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को रोम जाने की इजाजत नहीं दी। इसे लेकर ममता और तृणमूल के नेता क्षुब्ध हैं। एक गैर सरकारी संगठन के निमंत्रण पर उनका छह अक्टूबर को रोम जाने का कार्यक्रम था।
राज्य ब्यूरो, कोलकाताः बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अगले माह रोम के दौरे पर जाने वाली थीं, जहां उन्हें विश्व शांति सम्मेलन में हिस्सा लेना था, लेकिन विदेश मंत्रालय की तरफ से उन्हें अनुमित नहीं दी गई है। अब इसको लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। ममता ने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि आप मुझे रोक नहीं पाओगे। मैं विदेश जाने के लिए कोई इतनी उत्सुक नहीं हैं, लेकिन यह राष्ट्र के सम्मान की बात थी।
ममता ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, आप (पीएम मोदी) हिंदुओं की बात करते रहें, मैं भी एक हिंदू महिला हूं, आपने मुझे अनुमति क्यों नहीं दी? आप पूरी तरह से ईर्ष्या की भावना से काम कर रहे हैं। आपको बता दें कि ममता को वेटिकन सिटी में छह और सात अक्टूबर को आयोजित एक 'पीस कांफ्रेंस' में जाना था, लेकिन विदेश मंत्रालय ने जाने की अनुमति नहीं दी। विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव ने बंगाल के राज्य सचिवालय नवान्न को पत्र भेजकर अनुमति नहीं मिलने की जानकारी दी।
विदेश मंत्रालय ने अनुमति नहीं देने की वजह का खुलासा नहीं हो सका है। दरअसल, यह कार्यक्रम जिस लेवल का है उसके लिए एक राज्य के मुख्यमंत्री की भागीदारी को सही नहीं समझा गया। इस शांति सम्मेलन में जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल, पोप फ्रांसिस और इटली के प्रधानमंत्री मारियो ड्रैगी शामिल होंगे।
आपको बता दें कि यह कार्यक्रम एक गैर सरकारी संगठन ने आयोजित किया है। इटली सरकार ने ही ममता बनर्जी से अनुरोध किया था कि वे किसी प्रतिनिधिमंडल के साथ न आएं। बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने तब उद्योग प्रतिनिधिमंडल की मंजूरी का प्रस्ताव दिया और इसके लिए विदेश मंत्रालय से अनुरोध किया, लेकिन मंजूरी नहीं दी गई। इससे पहले भी ममता बनर्जी कई बार विदेश जा चुकी हैं। तीन साल पहले ममता जर्मनी और इटली गई थीं। उस समय उन्होंने जर्मनी के फ्रैंकफर्ट में इंडो-जर्मन वाणिज्य उद्योग कार्यक्रम में भाग लिया था। उन्होंने मिलान, इटली में आयोजित शारोदत्सव और विश्व बंगाल व्यापार सम्मेलन में भी भाग लिया था। मुख्यमंत्री ने राज्य में निवेश के लिए विदेशी निवेशकों को आमंत्रित करने के लिए यह दौरा किया था।
विदेश मंत्रालय से अनुमति नहीं मिलने पर तृणमूल कांग्रेस ने भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। जिसमें कहा गया कि केंद्र सरकार ने दीदी की रोम यात्रा की इजाजत नहीं दी! पहले उन्होंने चीन यात्रा की अनुमति भी रद कर दी थी। हमने अंतरराष्ट्रीय संबंधों और भारत के हितों को ध्यान में रखते हुए उस फैसले को स्वीकार कर लिया था। अब इटली की यात्रा को लेकर मोदी जी ऐसा क्यों हुआ? बंगाल के साथ आपकी समस्या क्या है?"