Bengal Chunav: केंद्र ने बंगाल के एक दर्जन से अधिक भाजपा नेताओं को दी वीआइपी सुरक्षा
केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों द्वारा तैयार खतरे की आकलन रिपोर्ट और सिफारिशों का विश्लेषण करने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सुरक्षा को मंजूरी दे दी है। बंगाल के एक दर्जन से अधिक विधायकों-सांसदों तृणमूल और कांग्रेस-माकपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए को केंद्र द्वारा वीआइपी सुरक्षा दी गई है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल के एक दर्जन से अधिक विधायकों-सांसदों, जिनमें हाल ही में तृणमूल और कांग्रेस-माकपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं, को केंद्र द्वारा वीआइपी सुरक्षा दी गई है। कहा जा रहा है कि केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों द्वारा तैयार खतरे की आकलन रिपोर्ट और सिफारिशों का विश्लेषण करने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सुरक्षा को मंजूरी दे दी है। बंगाल के उन सभी नेताओं बंगाल में एक्स और वाई श्रेणी की वीआइपी सुरक्षा दी गई है। इन नेताओं की सुरक्षा का दायित्व केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल(सीआइएसएफ) को सौंपा गया है।
सूत्रों ने बताया कि यह नवीनतम वीआइपी सुरक्षा व्यवस्था आगामी चुनाव के दौरान बंगाल में भाजपा नेताओं पर हमले की आशंका के मद्देनजर दी गई है। 294 सीटों वाली बंगाल विधानसभा के लिए चुनाव अप्रैल-मई में होने वाले हैं। जिन लोगों को केंद्रीय वीआइपी सुरक्षा दी गई है उसमें तमलुक के विधायक अशोक डिंडा, कांथी उत्तर की विधायक बनश्री माइती, पुरुलिया के विधायक सुदीप मुखर्जी, गाजोल की विधायक दीपाली विश्वास, बाली की विधायक और पूर्व क्रिकेट प्रशासक जगमोहन डालमिया की बेटी बैशाली डालमिया, विधायक सैकत पांजा, तापसी मंडल, बिश्वजीत कुंडू और शिलाभद्र दत्त शामिल हैं।
सूत्रों ने बताया कि भाजपा के लोकसभा सांसद कुंवर हेम्ब्रम, बांकुड़ा के सांसद सुभाष सरकार और राणाघाट के सांसद जगन्नाथ सरकार) और पार्टी नेता व राज्य समिति के सदस्य कृष्णेंदु मुखर्जी को भी केंद्रीय सुरक्षा कवच प्रदान किया गया है। एक्स श्रेणी की सुरक्षा में दो-तीन सशस्त्र और वाई श्रेणी की सुरक्षा में आवश्यकता के अनुसार चार-पांच सुरक्षाकर्मियों की तैनाती होती है।