कैंसर अस्पताल के डाक्टरों ने नियम तोड़कर बचाई बांग्लादेश की नवयुवती की जान, महज 2,270 रुपये में किया गया आपरेशन
डा. गुप्ता ने बताया-एक मां अपनी बेटी की जिंदगी के लिए हाथ जोड़कर जिस तरह से मिन्नतें कर रही थी यह देखकर हमलोग उसका इलाज करने से मना नहीं कर पाए और नियम तोड़कर उनकी बेटी का आपरेशन किया। ऑपरेशन के बाद मरीज की हालत ठीक है।
कोलकाता , राज्य ब्यूरो। कोलकाता के एक कैंसर अस्पताल के डाक्टरों ने नियम तोड़कर बांग्लादेश की नवयुवती की जान बचाई है। ठाकुरपुर कैंसर अस्पताल में एक ऐसी मरीज का आपरेशन किया गया, जो कैंसर से ग्रसित नहीं थी। ठाकुरपुर कैंसर रिसर्च के निदेशक डॉ. अर्णब गुप्ता ने बताया- 'हमारे अस्पताल में सिर्फ कैंसर के मरीजों का इलाज किया जाता है लेकिन बांग्लादेश से लाई गई एक गैर-कैंसर पीड़ित नवयुवती का आपरेशन किया गया, वह भी सिर्फ 2270 रुपये में। दूसरी जगह आपरेशन का खर्च पांच लाख रुपये तक आता।
बांग्लादेश के खुलना इलाके की रहने वाली 19 साल की राबेया ने मां से झगड़ा होने के बाद गुस्से में आकर एसिड पी लिया था, जिससे उसके गले से लेकर पेट का अंदरुनी हिस्सा जल गया था। वह मुंह तक नहीं खोल पा रही थी। उसकी मां नरगिस उसे लेकर बांग्लादेश के कई अस्पतालों में गई लेकिन भारी खर्च के कारण वहां उसका इलाज नहीं करा पाई। इसके बाद वह बांग्लादेश से कोलकाता के ठाकुरपुर कैंसर अस्पताल लेकर आई।
डा. गुप्ता ने बताया-'एक मां अपनी बेटी की जिंदगी के लिए हाथ जोड़कर जिस तरह से मिन्नतें कर रही थी, यह देखकर हमलोग उसका इलाज करने से मना नहीं कर पाए और नियम तोड़कर उनकी बेटी का आपरेशन किया। ऑपरेशन के बाद मरीज की हालत ठीक है।'
डॉ गुप्ता ने आगे कहा-' मरीज की एंडोस्कापी करके पहले देखा गया कि उसकी खाद्य नली एसिड के प्रभाव से कितनी पतली हुई है। इसके बाद उसके पेट के अंदर वाली जगह, जो एसिड के कारण अवरुद्ध हो गई थी, उसकी बाइपास सर्जरी की गई। नरगिस ने डॉक्टरों को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनके प्रयास से ही उनकी बेटी को नया जीवन मिला है। डॉक्टर गुप्ता ने कहा कि वे मुख्य तौर पर कैंसर के चिकित्सक हैं लेकिन लोगों की जान बचाना उनका धर्म है इसलिए उन्होंने यह ऑपरेशन किया।