बीएसएफ की मैत्री साइकिल रैली का दक्षिण बंगाल फ्रंटियर क्षेत्र का सफर पूरा, हुआ जबरदस्त स्वागत
पिछले आठ दिनों में 680 किलोमीटर से ज्यादा की यात्रा के दौरान दक्षिण बंगाल बॉर्डर के विभिन्न बीओपी व रास्ते में साइकिल दल का जगह-जगह जबरदस्त स्वागत किया गया। यह मैत्री साइकिल रैली छह राज्यों से होते हुए 4097 किलोमीटर की लंबी दूरी तय कर 17 मार्च को समाप्त होगी।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। भारत और बांग्लादेश के बीच सौहार्दपूर्ण संबंधों के मद्देनजर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) द्वारा बांग्लादेश के राष्ट्रपिता बंगबंधु मुजीब उर रहमान के जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में उनके सम्मान स्वरूप शुरू की गई ऐतिहासिक मैत्री साइकिल रैली लगातार आगे बढ़ती जा रही है। 10 जनवरी को बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में सीमा चौकी पानीतार, 153 बटालियन से शुरू होकर 4097 किलोमीटर की लंबी यात्रा पर निकले 13 सदस्यीय साइकिल दल ने बीएसएफ के कोलकाता सेक्टर, कृष्णनगर सेक्टर, बहरमपुर सेक्टर व मालदा सेक्टर अंतर्गत विभिन्न बीओपी व सीमावर्ती क्षेत्रों से गुजरते हुए पिछले आठ दिनों में दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के बॉर्डर क्षेत्रों का सफर पूरा कर सोमवार को उत्तर बंगाल के क्षेत्र में प्रवेश कर गए।
पिछले आठ दिनों में 680 किलोमीटर से ज्यादा की यात्रा तय की
पिछले आठ दिनों में 680 किलोमीटर से ज्यादा की यात्रा के दौरान दक्षिण बंगाल बॉर्डर के विभिन्न बीओपी व रास्ते में साइकिल दल का जगह-जगह जबरदस्त स्वागत किया गया। यह मैत्री साइकिल रैली छह राज्यों (बंगाल, असम, त्रिपुरा, मणिपुर, मेघालय तथा मिजोरम) से होते हुए 4,097 किलोमीटर की लंबी दूरी तय कर 17 मार्च 2021 को बीओपी सिल्कोर, 60 बटालियन, मिजोरम फ्रंटियर में समाप्त होगी। इससे पहले आठवें दिन 680 किलोमीटर की यात्रा तय करने के बाद, 17 जनवरी, सोमवार को सुबह लगभग 11:40 बजे यह साइकिल रैली मालदा जिले में बॉर्डर आउट पोस्ट हरिश्चंद्रपुर, 159 बटालियन पहुंची, जहां भव्य स्वागत किया गया। उपस्थित सभी लोगों ने साइकिल सवारों का फूलों से स्वागत किया। इस मौके पर संजय गौर, उप महानिरीक्षक, सेक्टर मालदा, एच एन जोशी, कमांडेंट, 159 बटालियन सहित अन्य बीएसएफ अधिकारी, जवान और हजारों ग्रामीण 'मैत्री साइकिल रैली' का स्वागत करने के लिए यहां मौजूद थे।
स्वागत समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ
इस स्वागत समारोह में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया, जिसमें बीएसएफ जैज बैंड और आदिवासी नृत्य का प्रदर्शन युवाओं द्वारा किया गया।तत्पश्चात, मैत्री साइकिल रैली अपनी यात्रा जारी रखते हुए दोपहर लगभग 14:15 बजे, बॉर्डर पोस्ट सोनघाट, 159 बटालियन पहुंची, जहां एचएन जोशी, कमांडेंट, 159 बटालियन, जुयाल मुर्मू, विधायक बामनगोला ब्लॉक और उत्पल रॉय, ब्लॉक सचिव बामनगोला सहित स्थानीय लोगों ने साइकिल सवारों का स्वागत किया। साइकिल सवारों के मनोरंजन के लिए बीएसएफ द्वारा एक सांस्कृतिक कार्यक्रम और दोपहर के भोजन का भी इंतजाम किया गया। थोड़े समय के विश्राम के बाद, मैत्री साइकिल रैली बॉर्डर आउट पोस्ट कुतादह, 159 बटालियन पहुंची, जहां साइकिल सवारों ने दक्षिण बंगाल फ्रंटियर में अपनी अंतिम रात बिताई और अगली सुबह आगे की यात्रा के लिए उत्तर बंगाल फ्रंटियर के क्षेत्र में प्रवेश किया।
बॉर्डर रोड से गुजरने के दौरान ग्रामीण जगह-जगह कर रहे फूलों से स्वागत
साइकिल रैली के दौरान इसमें शामिल सदस्य रास्ते में जगह-जगह पर सीमावर्ती गांवों के लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं और दोनों देशों की सुरक्षा में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में बता रहे हैं। साइकिल रैली को देखने और साइकिल सवारों को प्रोत्साहित करने के लिए स्थानीय लोग बड़ी संख्या में एकत्रित हो रहे हैं और इसे शानदार प्रतिक्रिया मिल रही हैं। रास्ते में बॉर्डर रोड से गुजरने के दौरान ग्रामीण जगह-जगह फूल बरसाकर साइकिल सवारों का स्वागत कर रहे हैं।