सीमा पर लगी बाड़ को काट घुसपैठ की कोशिशों को BSF ने किया नाकाम, पांच बांग्लादेशी समेत आठ गिरफ्तार

बीएसएफ ने भारत में घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम करते हुए आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। ये लोग बंगाल के नदिया जिले में सीमा चौकी रामनगर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर लगे तार के बाड़ को काटकर भारत में प्रवेश करने का प्रयास कर रहे थे।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Mon, 05 Apr 2021 09:40 AM (IST) Updated:Mon, 05 Apr 2021 09:42 AM (IST)
सीमा पर लगी बाड़ को काट घुसपैठ की कोशिशों को BSF ने किया नाकाम, पांच बांग्लादेशी समेत आठ गिरफ्तार
घुसपैठ की कोशिशों को बीएसएफ ने किया नाकाम, आठ गिरफ्तार

कोलकाता, राज्य ब्यूरो।  दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के तहत सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने बंगाल के नदिया जिले में सीमा चौकी रामनगर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर लगे तार के बाड़ को काटकर भारत में घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम कर पांच बांग्लादेशी समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया। हालांकि बाद में सद्भावना स्वरूप बीएसएफ ने पांचों बंगलादेशी नागरिकों को मानवीय आधार पर वापस बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) को सौंप दिया। 

 अधिकारियों ने बताया कि बांग्लादेशी दलालों ने तार के बाड़ को काट कर इन लोगों को अवैध तरीके से भारत में प्रवेश कराने की कोशिश की, तभी ये लोग पकड़े गए। बीएसएफ की ओर से जारी बयान में बताया गया कि सीमा चौकी रामनगर में तैनात आठवीं वाहिनी के सतर्क जवानों ने  बांग्लादेश की ओर से 10 से 12 व्यक्तियों को तार के बाड़ को काटकर गैर कानूनी रूप से भारतीय सीमा में घुसते हुए देखा। सीमा पर तैनात जवानों ने उन्हें रुकने को कहा जिस पर वो लोग भागने लगे, लेकिन मुस्तैद जवानों ने इनमें से आठ लोगो को गिरफ़्तार कर लिया। वहीं, तीन से चार व्यक्ति घने केला बागान की आड़ लेकर भागने में कामयाब हो गए। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियो को आगे की पूछताछ के लिए सीमा चौकी रामनगर लाया गया।

 प्रारंभिक पूछताछ में इनमें से पांच के बांग्लादेशी व तीन के भारतीय नागरिक होने का पता चला। बांग्लादेशियों में एक दंपति रोजिना बेगम व उसका पति अब्दुल मालेक है। पति- पत्नी के साथ एक तीन साल का बच्चा भी  था। यह लोग बांग्लादेश के फिरोजपुर जिले के रहने वाले थे। इनके अलावा एक बांग्लादेशी महिला तंजिला खातून (27) के साथ एक तीन साल की बच्ची थी। वह बांग्लादेश के राजशाही जिले की रहने वाली थी। इसके अलावा भारतीय नागरिकों में एक दंपति सबिना खातून व उसका पति मोहमद अबू सईद के साथ लगभग चार साल की एक लड़की है। पति-पत्नी ने नॉर्थ वेस्ट दिल्ली के झुग्गी नंबर 157 सी ब्लॉक, जहांगीरपुरी का रहने वाला बताया।

 बांग्लादेशी दंपति इलाज के लिए जा रहे थे बेंगलुरु, सीमा पार कराने के लिए दलाल को दिए थे 10000 टका 

 आगे पूछताछ करने पर बांग्लादेशी नागरिक अब्दुल मालेक ने बताया की वे और रोजिना बेगम दोनों पति- पत्नी हैं और उसकेे कमर दर्द के इलाज के लिए आज वे लोग सीमा पार कर बेंगलुरु जा रहे थे। वहां पर उसकी साली रहती हैं। उन्होंने अलामिन नाम के बंग्लादेशी दलाल को सीमा पार करने के 10,000 बांग्लादेशी टका दिया था। वहीं, एक अन्य बांग्लादेशी महिला रोजीना बेगम ने बताया कि वह अपनी लड़की के इलाज के लिए भारत आ रही थी। उसने अलामिन नाम के बंग्लादेशी दलाल को सीमा पार कराने के लिए 3,000 टका दिया था।

 भारतीय दंपति अपने बच्चे के लिए मांगी गई मन्नत पूरी करने के लिए गए थे बांग्लादेश 

 वहीं, मोहमद अबू सईद ने बताया कि वह और सबिना खातून पति- पत्नी हैं और वह दिल्ली में कबाड़ इक्कठा करते है। 20 दिन पहले वे लोग एक भारतीय दलाल की मदद से बांग्लादेश अपने बच्चे के लिए मांगी गई मन्नत पूरी करने के लिए गए थे। वह समद नाम के बंग्लादेशी दलाल की मदद से वापस भारत आ रहे थे। तभी सीमा सुरक्षा बल ने उन्हें पकड़ कर लिया।

 मानवीय आधार पर बांग्लादेशी नागरिकों को लौटाया

 इधर, बीएसएफ की संबंधित सीमा चौकी के अधिकारी ने बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश को दलालों द्वारा काटी गई तार के बाड़ वाले स्थान को दिखाया और बैठक के उपरांत बंगलादेशी नागरिकों को मानवीय आधार पर उन्हें सौप दिया।बांग्लादेशी दलालों के फोटो भी पहचान करने के लिए बीएसएफ द्वारा उन्हें मुहैया कराए गए हैं। वहीं, बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के अधिकारियों ने बीएसएफ से कहा कि उन्होंने बंग्लादेशी दलाल जिन्होंने तार के बाड़ को काटा और घुसपैठ करवाया है उनकी पहचान कर ली है और आश्वासन दिया कि उनके खिलाफ बंग्लादेश के कानून के अनुसार सख्त कार्यवाही की जाएगी। दूसरी ओर, गिरफ्तार किए गए भारतीय नागरिकों को आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए बीएसएफ ने पुलिस थाना हंसखली को सौंप दिया। साथ ही गिरफ्तार किए गए भारतीय दंपति ने जिस दलाल का नाम बताया उसके खिलाफ नामजद एफआइआर भी पंजीकृत की है। 

 घुसपैठ रोकने के लिए बीएसएफ उठा रही कड़े कदम 

 इधर, आठवीं वाहिनी के कमांडिंग ऑफिसर बी. मादुसूदन राव ने बताया की भारत - बांग्लादेश सीमा पर घुसपैठ को रोकने के लिए बीएसएफ कड़े कदम उठा रही हैं। जिससे इस प्रकार के अपराधो में लिप्त व्यक्तियों को काफी मुश्किल का अनुभव हो रहा है और उनमें से कुछ पकड़े जा रहे हैं और उन्हें कानून के मुताबिक सजाए हो रही हैं। साथ ही बांग्लादेशी लोगो को उनके अपराध की गंभीरता को देखते हुए मानवीय आधार और दोनों देशों की सीमा सुरक्षा बलों के आपसी सद्भावना के चलते उन्हें बॉर्डर गार्ड बंग्लादेश को सौंपा जा रहा है।

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