बीएसएफ ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में बांग्लादेश सीमा से दुर्लभ प्रजाति के 54 लोरी पक्षियों को तस्करी से बचाया

158वीं बटालियन बीओपी तेंतुलबेरिया के जवानों ने शाहपारा के जंगल क्षेत्र और निकटवर्ती गांव पीपली के पास तलाशी अभियान चलाया। बांस की झाड़ियों के पीछे छिपे कुछ व्यक्तियों की संदिग्ध गतिविधि को देखा। तस्कर अंधेरे और घनी झाड़ियों का फायदा उठाकर भाग निकले।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Wed, 21 Oct 2020 10:19 PM (IST) Updated:Wed, 21 Oct 2020 10:19 PM (IST)
बीएसएफ ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में बांग्लादेश सीमा से दुर्लभ प्रजाति के 54 लोरी पक्षियों को तस्करी से बचाया
पक्षियों को कस्टम ऑफ़िस पेट्रापोल के माध्यम से कोलकाता के अलीपुर प्राणी उद्यान को सौंप दिया।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास तस्करी को नाकाम करते हुए दुर्लभ प्रजाति के 54 लोरी पक्षियों को जब्त किया है। इन पक्षियों की अंतरराष्ट्रीय सीमा के जरिए तस्करी की जा रही थी। 

शाहपारा के जंगल क्षेत्र और गांव पीपली के पास तलाशी अभियान

बीएसएफ की ओर से बुधवार को बयान जारी कर बताया गया कि 20 अक्टूबर की रात लगभग 8:30 बजे विश्वस्त सूचना पर कार्यवाही करते हुए सेक्टर कोलकाता के तहत 158वीं बटालियन, बीओपी तेंतुलबेरिया के जवानों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे शाहपारा के जंगल क्षेत्र और गांव पीपली के पास तलाशी अभियान चलाया।

तस्कर अंधेरे और घनी झाड़ियों का फायदा उठाकर भाग निकले

तलाशी के दौरान जवानों ने बांस की झाड़ियों के पीछे छिपे कुछ व्यक्तियों की संदिग्ध गतिविधि को देखा। बीएसएफ जवानों को देखते ही तस्कर अंधेरे और घनी झाड़ियों का फायदा उठाकर भाग निकले। इलाके की गहन तलाशी के दौरान, जवानों ने पक्षियों से भरे 2 लोहे के पिंजरे को बरामद किया।‌

बीएसएफ ने कोलकाता के अलीपुर प्राणी उद्यान को सौंप दिया है

पिंजरे से लोरी प्रजाति की अलग-अलग रंग की कुल 54 पक्षियां बरामद की गई। इनमें 11 चैटिंग लोरी, 13 रेड एंड ब्लू लोरी, 8 ब्लैक कैप्ड लोरी, 8 ब्लैक लोरी, 6 ब्राउन लोरी एवं 8 वायलेट नेक लोरी पक्षी शामिल है। बीएसएफ ने आगे की कार्रवाई के लिए जब्त पक्षियों को कस्टम ऑफ़िस पेट्रापोल के माध्यम से कोलकाता के अलीपुर प्राणी उद्यान को सौंप दिया है।

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