बीएसएफ ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर फेंसिडिल के साथ दो तस्करों को दबोचा
भारत-बांग्लादेश सीमावर्ती इलाके से अलग- अलग घटनाओं में दो फेंसिडिल तस्कर को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। साथ ही तस्करों के पास से 132 फेंसिडिल बोतल तथा 9.8 किलोग्राम गांजे भी जब्त किया। तस्कर फेंसिडिल और गांजे को भारत से बांग्लादेश तस्करी करने की फिराक में थे।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। दक्षिण बंगाल सीमांत अंतर्गत सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने तस्करी को नाकाम कर उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश सीमावर्ती इलाके से अलग- अलग घटनाओं में दो फेंसिडिल तस्कर को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। साथ ही तस्करों के पास से 132 फेंसिडिल बोतल तथा 9.8 किलोग्राम गांजे भी जब्त किया। तस्कर फेंसिडिल और गांजे को भारत से बांग्लादेश तस्करी करने की फिराक में थे।
पहली घटना में 26 सितंबर को, सीमा चौकी डोबरपारा, 158 वाहिनी के जवानों ने ड्यूटी के दौरान एक मोटरसाइकिल पर सवार भारतीय व्यक्ति को 12 फेंसिडिल की बोतलों के साथ पकड़ा। पकड़े गए व्यक्ति की पहचान सदन दास,(37), गांव–बोर्नबरिया, थाना– गायघटा, जिला –उत्तर 24 परगना, पश्चिम बंगाल, के रूप में हुई। पकड़े गए व्यक्ति ने बताया कि वह बोर्नबरिया गांव के आसपास सब्जी बेचने का काम करता है और साथ ही छोटी-मोटी सामानों की तस्करी का काम भी करता है।
यह सामान समीर नाम के व्यक्ति ( गांव पुतखली, थाना बेनापोल, यशोर, बांग्लादेश) को देता। उसने बताया कि जैसे ही फेंसिडिल की बोतल को लेकर जा रहा था तो सीमा सुरक्षा बल ने उसे पकड़ लिया। दूसरी घटना में 26 सितंबर की शाम को 54वीं वाहिनी की सीमा चौकी विजयपुर के जवानों ने विश्वनीय जानकारी के आधार पर अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एक विशेष अभियान चलाकर एक तस्कर को 9.8 किलोग्राम गांजे और 120 बोतल फेंसिडिल के साथ गिरफ्तार किया। तस्कर की पहचान तपन बिस्वास (42), गांव–विजयपुर, जिला–नदिया, पश्चिम बंगाल के रूप में हुई।
तस्करी के जुर्म में काट चुका एक साल का कारावास
पूछताछ करने पर तपन बिस्वास ने स्वीकार किया की वह लंबे समय से सीमा पार होने वाली तस्करी में लिप्त है और उसे मई 2020 में पशु तस्करी के आरोप में एक साल का कारावास भी हुआ था। आगे उसने बताया कि वह मुख्य रूप से हल्दरपाड़ा गांव के मिथुन हल्दर के लिए काम करता है। आज उसने ये सामान मिथुन से लिया था और इसे बांग्लादेश के नस्तीपुर गांव के रहने वाले इयास मंडल को देना था। इस काम के लिए मिथुन उसे 4000 रुपये देने वाला था। गिरफ्तार किए गए तस्करों को जब्त किए गए सामान के साथ संबंधित पुलिस थाना को सौंप दिया गया हैं।
सीमा पर तस्करी रोकने के लिए कड़े कदम
इधर, दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के प्रवक्ता ने बताया की भारत - बांग्लादेश सीमा पर तस्करी को रोकने के लिए सीमा सुरक्षा बल कड़े कदम उठा रही हैं। जिससे इस प्रकार के अपराधों में लिप्त व्यक्तियों, दलालों और उनके सहयोगियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा हैं और उनमें से कुछ पकड़े भी जा रहे हैं और उन्हें कानून के मुताबिक सजाएं हो रही है।