मवेशियों की तस्करी की फिराक में घुसे तीन बांग्लादेशियों को बीएसएफ ने सीमा पर ही धर दबोचा

बीएसएफ अधिकारी ने बताया कि बारिश के मौसम में अक्सर बांग्लादेशी तस्कर खराब मौसम का फायदा उठाकर मवेशियों को सीमा पार कराने की ताक में रहते हैं। लेकिन बीएसएफ मानसून सीजन के दौरान तस्करी रोकने को पहले से पूरी तरह कमर कस कर तैयार है।

By Priti JhaEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 11:11 AM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 12:55 PM (IST)
मवेशियों की तस्करी की फिराक में घुसे तीन बांग्लादेशियों को बीएसएफ ने सीमा पर ही धर दबोचा
मवेशियों की तस्करी की फिराक में घुसे तीन बांग्लादेशियों को बीएसएफ ने सीमा पर ही धर दबोचा

कोलकाता,राज्य ब्यूरो। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की 153वीं बटालियन के सतर्क जवानों ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के घोजाडांगा सीमा चौकी इलाके में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास तस्करों के मंसूबों पर पानी फेरते हुए तीन बांग्लादेशी नागरिकों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।

अधिकारियों ने बताया कि तीनों मवेशियों की तस्करी की फिराक में घुसे थे, लेकिन सतर्क जवानों ने बिल्कुल जीरो लाइन पर ही उन्हें दबोच लिया। 153वीं बटालियन के कमांडेंट जवाहर सिंह नेगी ने बताया कि यह घटना शनिवार दोपहर की है जब तीनों को पकड़ा गया। इनमें दो को एक साथ जबकि एक को अकेले पकड़ा गया। तीनों युवक हठ्ठे-कठ्ठे हैं और उनकी उम्र 24 से 26 साल है।

पूछताछ में इन्होंने बीएसएफ को बताया कि वे काम की तलाश में अवैध तरीके से सीमा पार कर आए थे। हालांकि बीएसएफ अधिकारियों का कहना है कि वास्तव में ये लोग मवेशियों को सीमा पार कराकर बांग्लादेश में इसकी तस्करी की फिराक में थे। पकड़े गए बांग्लादेशियों की पहचान मोहम्मद अल मामून उर्फ मामून गाजी (24), सुमन मंडल (24) व मोहम्मद शरीफुल इस्लाम (26) के रूप में हुई है। तीनों बांग्लादेश के सतखीरा जिले के रहने वाले हैं। इनमें मामून व सुमन एक ही गांव का रहने वाला है। बीएसएफ ने आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए तीनों को बसीरहाट थाने के हवाले कर दिया है।

बारिश का फायदा उठाकर तस्करी की करते हैं कोशिश

बीएसएफ अधिकारी ने बताया कि बारिश के मौसम में अक्सर बांग्लादेशी तस्कर खराब मौसम का फायदा उठाकर मवेशियों को सीमा पार कराने की ताक में रहते हैं। लेकिन बीएसएफ मानसून सीजन के दौरान तस्करी रोकने को पहले से पूरी तरह कमर कस कर तैयार है। इसी के चलते तस्करों के मंसूबे लगातार विफल हो रहे हैं और इस कोशिश में वे पकड़े भी जा रहे हैं।

सतर्कता के कारण नाकाम हो रही तस्करी व घुसपैठ : बीएसएफ कमांडेंट

इधर, इस सफलता पर बीएसएफ कमांडेंट जवाहर सिंह नेगी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए अपने जवानों की पीठ थपथपाई। उन्होंने कहा कि यह उनके जवानों द्वारा ड्यूटी पर दिखाई गई सतर्कता के कारण ही यह संभव हो सका है। उन्होंने आगे कहा कि उनके जवान सीमा पर घुसपैठ और तस्करी जैसे अपराधों को रोकने के लिए 'शून्य तस्करी' के संकल्प को पूरा करने के लिए पूरी तरह से दृढ़ और प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि उनके बटालियन क्षेत्र से आगे भी तस्करी व घुसपैठ की एक भी घटना को सफल नहीं होने दिया जाएगा। इसके लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। 

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