BSF की चौकसी से चांदी तस्करी की कोशिश विफल, 4 किलो चांदी के साथ तस्कर गिरफ्तार
मुर्शिदाबाद जिले में तस्करों के मंसूबे पर पानी फेरते हुए बीएसएफ के जवानों ने चार किलोग्राम चांदी के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस चांदी की अनुमानित कीमत 250000 रूपये आंकी गई है। पूछताछ में तस्कर ने अपना नाम- शाहजहांन शेख बताया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के अंतर्गत बीएसएफ के सतर्क जवानों ने मुर्शिदाबाद जिले में तस्करों के मंसूबे पर पानी फेरते हुए चार किलोग्राम चांदी के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। घटना 141वीं बटालियन की सीमा चौकी चारभद्रा के इलाके की है। बीएसएफ की ओर से एक बयान में बताया गया कि खुफिया विभाग की चुस्त और चौकस टीम ने खबर दी कि 13 सितंबर की भोर में नदी के रास्ते, किसी भी वक्त अवैध आभूषणों की तस्करी हो सकती है।
खुफिया विभाग की खबर को गंभीरता से लेते हुए सीमा चौकी चारभद्रा के आफिसर व जवानों ने चारों तरफ घेराबंदी शुरू कर दी। काफी देर इंतजार करने के बाद सुबह लगभग सात बजे, अचानक माथाबंगा नदी में एक नाव को देखा गया जिसमें लगभग 20 लोग सवार थे। खुफिया विभाग की खबर के आधार पर नाव पर सवार प्रत्येक व्यक्ति की एक-एक कर तलाशी ली गई। फलस्वरूप एक व्यक्ति तलाशी देने में आना-कानी करने लगा तो बीएसएफ का शक यकीन में बदल गया और फिर उस व्यक्ति के पास से लुंगी में चांदी के दानें काफी मात्रा में मिले। बाद में इनका वजन किया गया तो चार किलोग्राम चांदी निकली। जिनकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनुमानित कीमत 2,50000 रूपये आंकी गई है।
पूछताछ में तस्कर ने अपना नाम- शाहजहांन शेख, गांव- घोषपाड़ा, जिला- मुर्शिदाबाद बताया। उसने यह भी बताया कि वह इस प्रकार की तस्करी को कुछ समय से अंजाम दे रहा था इसके लिए उसे 500 रूपये मिलते थे। आज भी वह अपने सेठ इमाम शेख, गांव- दक्षिण घोषपाड़ा, मुर्शिदाबाद के कहने पर चांदी के दानों की तस्करी करना चाहता था लेकिन इस बार बीएसएफ ने उसे धर दबोचा।बीएसएफ ने आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए तस्कर को चांदी सहित जलंगी कस्टम आफिस को सौंप दिया है।
इधर, 141वीं बटालियन के कमांडिंग आफिसर, नागेंद्र सिंह रौतेला ने अपने जवानों की हौंसला अफजाई करते हुए कहा कि, हमारे जवान इलाके में तस्करी को पूरी तरह से रोकने के लिए प्रतिबद्ध हैं। आज पकड़ा गया तस्कर और जब्त किए गए चांदी के दाने जवानों की एक बड़ी उपलब्धि है। जवानों की सतर्कता और सूझबूझ के कारण ही तस्कर को गिरफ्तार करना संभव हो सका है।