बीएसएफ ने मित्रता निभाते हुए अवैध रूप से भारत में प्रवेश करते सीमा पर पकड़े गए पांच बांग्लादेशी नागरिकों को बीजीबी के हवाले किया
बीएसएफ ने पड़ोसी देश के साथ मित्रता के रिश्ते को निभाते हुए पकड़े गए पांचों बांग्लादेशी नागरिकों को मानवीय आधार पर सद्भावना के रूप में बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) को वापस सौंप दिया। इनमें तीन नाबालिग था। बीएसएफ हमेशा सौहार्दपूर्ण माहौल बनाने की कर रही है कोशिश।
कोलकाता, राजीव कुमार झा। "उस देश की सरहद को कोई छू नहीं सकता जिस देश के सरहद की निगहबान है आँखें।" इस कहावत को चरित्रार्थ करते हुए सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के अंतर्गत 78वीं वाहिनी के सतर्क जवानों ने मालदा जिले में सीमा चौकी भागीरथी के क्षेत्र से पांच बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा, जब वे अवैध तरीके से गंगा नदी के रास्ते अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर भारत में दाखिल होने की कोशिश कर रहे थे।
बीएसएफ की ओर से बताया गया कि यह घटना दो फरवरी, मंगलवार की है जब पांचों को पकड़ा गया।अधिकारियों ने बताया कि बीएसएफ जवानों द्वारा पीछा किए जाने पर उन लोगों ने भागने की भी कोशिश की लेकिन मुस्तैद जवानों के हाथों से वे बच नहीं पाए और पकड़े गए।
हालांकि बाद में बीएसएफ ने पड़ोसी देश के साथ मित्रता के रिश्ते को निभाते हुए पकड़े गए पांचों बांग्लादेशी नागरिकों को मानवीय आधार पर सद्भावना के रूप में बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) को वापस सौंप दिया। इनमें तीन नाबालिग था।
बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के प्रवक्ता व डीआइजी सुरजीत सिंह गुलेरिया ने बताया कि पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिकों ने पूछताछ में खुलासा किया कि वे लोग मजदूरी के कार्य के लिए कोलकाता जा रहे थे और भारतीय सीमा मे दाखिल होने के लिए इन लोगों ने बांग्लादेश के जौहरपुर टैक निवासी दलाल मोहम्मद हाबीबुल को 9,000 टका दिया था। पकड़े गए पांचों शख्स ने बांग्लादेश के राजशाही जिले का रहने वाला बताया। इनमें तीन नाबालिग को छोड़कर बाकी दो का नाम एमडी सुवेल अली (23) व इशाक अली (18) है। वहीं, तीनों नाबालिग की उम्र क्रमशः 13, 14 व 16 थी।
बीएसएफ डीआइजी ने बताया कि पकड़े गए इन पांचों बांग्लादेशी नागरिकों का पूर्व में अवैध रूप से सीमा पार करने या अन्य किसी प्रकार का आपराधिक रिकॉर्ड नहीं मिला।इसके पश्चात बीएसएफ की संबंधित बटालियन ने बीजीबी बटालियन के साथ कंपनी कमांडर स्तर की फ्लैग मीटिंग करके उसी दिन शाम में पांचों बांग्लादेशी नागरिकों को उचित कागजी कार्रवाई के बाद बीजीबी को सौहार्दपूर्ण माहौल में सौंप दिया।
पिछले साल भी लौटाए थे 55 बांग्लादेशी नागरिक
गौरतलब है कि भारत और बांग्लादेश के बीच दशकों से जारी मित्रतापूर्ण संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने व सौहार्दपूर्ण माहौल कायम रखने की दिशा में बीएसएफ हमेशा प्रयासरत है। पिछले साल भी बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर ने अवैध रूप से भारत में प्रवेश करते पकड़े गए 55 बांग्लादेशी नागरिकों को मानवीय आधार पर वापस लौटा दिया था, जिनके खिलाफ पूर्व में कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था।
यहां बताना जरूरी है कि बीएसएफ के निरंतर सौहार्दपूर्ण व मित्रतापूर्ण व्यवहार के बावजूद बांग्लादेश के कुछ कट्टरपंथी व अराजक तत्व बीएसएफ के खिलाफ लगातार दुष्प्रचार करते रहते है। हालांकि तमाम दुष्प्रचार के बावजूद बीएसएफ की शांति व सौहार्दपूर्ण पहल से ऐसे तत्वों को हमेशा मुंह की खानी पड़ रही है।