बंग्लादेश मुक्ति संग्राम में विजय के उपलक्ष्य में निकाली जा रही साइकिल रैली का बीएसएफ ने किया भव्य स्वागत

1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर मिली ऐतिहासिक जीत के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में भारत भी स्वर्णिम विजय वर्ष के रूप में मना रहा है। इसी सिलसिले में भारत और बांग्लादेश की सेनाओं ने साझा साइकिल रैली का आयोजन किया है।

By Priti JhaEdited By: Publish:Sun, 21 Nov 2021 08:37 AM (IST) Updated:Sun, 21 Nov 2021 08:37 AM (IST)
बंग्लादेश मुक्ति संग्राम में विजय के उपलक्ष्य में निकाली जा रही साइकिल रैली का बीएसएफ ने किया भव्य स्वागत
साइकिल रैली का स्वागत करते बीएसएफ अधिकारी।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता । साल 1971 बांग्लादेशियो के लिए एक नई कहानी लेकर आया था। उन्हें उनकी आजादी मिली और दुनिया को एक नया देश मिला। इस वर्ष यानी 2021 में बांग्लादेश अपनी आजादी की 50वीं सालगिरह मना रहा है।यानी 2021 बांग्लादेश के अस्तित्व का स्वर्णिम वर्ष है। जिसे पूरा बांग्लादेश बड़ी धूमधाम से मना रहा है। 1971 भारत के लिए भी खास रहा है। क्योंकि 1971 में बंग्लादेश मुक्ति संग्राम में भारतीय सेना ने बढ़-चढ़कर भाग लिया था और पाकिस्तान की सेना को धूल चटाई थी। इसी युद्ध के बाद पाकिस्तान दो हिस्सों में बंट गया था और बांग्लादेश के रूप में एक नए राष्ट्र का उदय हुआ था।

1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर मिली ऐतिहासिक जीत के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में भारत भी स्वर्णिम विजय वर्ष के रूप में मना रहा है। इसी सिलसिले में भारत और बांग्लादेश की सेनाओं ने साझा साइकिल रैली का आयोजन किया है जो की बांग्लादेश के यशोर जिले से 15 नवंबर 2021 से शुरू की गई थी और 19 नवंबर को पश्चिम बंगाल के नदिया जिले की सीमा स्थित गेदे - दर्शाना जीरो प्वाइंट पर पहुंची। यहां पहुंचने पर साइकिल रैली का भव्य स्वागत क्षेत्रीय मुख्यालय सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), कृष्णानगर व असम राइफल्स के बैंड द्वारा किया गया। उसके बाद एक शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया।

इस रैली में बांग्लादेश की तरफ से मेजर महमूद अफजल के नेतृत्व में कुल 20 सदस्य और भारत की तरफ से कर्नल ढपोला अस्सन के नेतृत्व में कुल 20 सदस्य की टोली भाग ले रही है। गेदे जीरो प्वाइंट पर बीएसएफ की तरफ से पृथ्वी सिंह समादेष्टा, क्षेत्रीय मुख्यालय कृष्णानगर, और 54 वीं वाहिनी के कमांडिंग आफिसर मधुकर जोयल तथा इंडियन आर्मी की ओर से ब्रिगेडियर सतीश त्रिवेदी व कर्नल राजा वांगड़ी सेरपा इस रैली के स्वागत के लिए मौके पर उपस्थित थे।

जोरदार स्वागत और शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद सभी साइकिल रैली के सदस्यों ने सभी को धन्यवाद दिया तथा उपस्थित गणमान्य लोगों ने साइकिल रैली को अगले गंतव्य स्थान के लिए पूरे जोश और उत्साह के साथ रवाना किया।यह साइकिल रैली 22 नवंबर को कोलकाता पहुंचेगी जहां पूर्वी सेना कमान मुख्यालय फोर्ट विलियम में इसका भव्य स्वागत किया जाएगा। यहीं पर इस साइकिल रैली का समापन हो जाएगा। 

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