बीएसएफ ने दुर्लभ प्रजाति के 126 पक्षियों को तस्करों के चंगुल से कराया आजाद

सुरजीत सिंह गुलेरिया ने बताया कि सीमा पर होने वाली दुर्लभ प्रजाति के पक्षियों की तस्करी को रोकने के लिए सीमा सुरक्षा बल कड़े कदम उठा रही है। इसी का नतीजा है कि तस्करों के मंसूबे लगातार विफल हो रहे हैं।

By Priti JhaEdited By: Publish:Fri, 15 Oct 2021 09:49 AM (IST) Updated:Fri, 15 Oct 2021 09:49 AM (IST)
बीएसएफ ने दुर्लभ प्रजाति के 126 पक्षियों को तस्करों के चंगुल से कराया आजाद
बीएसएफ ने दुर्लभ प्रजाति के 126 पक्षियों को तस्करों के चंगुल से कराया आजाद

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर अंतर्गत सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की 54वीं वाहिनी के जवानों ने नदिया जिले में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास अपनी मुस्तैदी का परिचय देते हुए तस्करी के प्रयासों को नाकाम कर दुर्लभ प्रजाति के 126 पक्षियों को तस्करों के चंगुल से मुक्त कराया। तस्करी से बचाए गए पक्षियों में 46 स्पलेंडिड स्टारलिंग एवं 80 कट थ्रोट फाइंड प्रजाति के पक्षी शामिल हैं।

बीएसएफ की ओर से जारी बयान में बताया गया कि इन विशेष प्रजाति के पक्षियों को तस्कर बांग्लादेश से भारत में सीमा चौकी मलुआपाड़ा, 54वीं वाहिनी के इलाके से तस्करी करने के लिए ला रहे थे। बयान के मुताबिक, 13 अक्टूबर को बीएसएफ की खुफिया शाखा से मिली जानकारी के आधार पर नदिया जिले में सीमा चौकी मलुआपाड़ा में तैनात जवानों ने विशेष तलाशी अभियान चलाया।

इस दौरान रात करीब 10:35 बजे 54वीं वाहिनी के सतर्क जवानों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर दो पिंजड़े में कैद 46 स्पलेंडिड स्टारलिंग एवं 80कट थ्रोट फाइंड पक्षियों को तस्करों के चुंगल से मुक्त कराया। हालांकि बीएसएफ के जवानों को देखकर तस्कर घने अंधेरे और झाड़ियों का फायदा उठाकर मौके से भाग निकलने में कामयाब रहा। इधर, बीएसएफ ने तस्करों के चंगुल से बचाए गए दुर्लभ पक्षियों को वन विभाग राणाघाट को सौंप दिया है।

वहीं, बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के प्रवक्ता व डीआइजी सुरजीत सिंह गुलेरिया ने बताया कि सीमा पर होने वाली दुर्लभ प्रजाति के पक्षियों की तस्करी को रोकने के लिए सीमा सुरक्षा बल कड़े कदम उठा रही है।इसी का नतीजा है कि तस्करों के मंसूबे लगातार विफल हो रहे हैं। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि हम किसी भी हाल में अपने इलाके से तस्करी नहीं होने देंगे। 

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