बीएसएफ ने सीमा पर चांदी तस्करी को किया नाकाम, 10.654 किलोग्राम आभूषण जब्त

Silver Jewelery Seized बीएसएफ के जवानों ने उत्तर 24 परगना जिले में तस्करी को नाकाम करते हुए 10.654 किलोग्राम चांदी के आभूषण जब्त किए हैं। जब्त चांदी का मूल्य करीब 397371 रुपये है। बीएसएफ ने जब्त आभूषणों को कस्टम कार्यालय तेंतुलिया को सौंप दिया है।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Sat, 03 Apr 2021 08:19 AM (IST) Updated:Sat, 03 Apr 2021 08:19 AM (IST)
बीएसएफ ने सीमा पर चांदी तस्करी को किया नाकाम, 10.654 किलोग्राम आभूषण जब्त
बीएसएफ के जवानों ने 10.654 किलोग्राम चांदी के आभूषण जब्त किए

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास तस्करी के प्रयासों को नाकाम करते हुए 10.654 किलोग्राम चांदी के आभूषण जब्त किए हैं। बीएसएफ द्वारा जारी बयान में बताया गया कि जब्त चांदी का मूल्य करीब  3,97,371 रुपये है और इसे अवैध तरीके से उत्तर 24 परगना में बीएसएफ की सीमा चौकी हाकीमपुर, 112 वाहिनी के क्षेत्र से बांग्लादेश ले जाया जा रहा था। 

 बयान के मुताबिक, एक अप्रैल, गुरुवार को सीमा चौकी हाकीमपुर, 112वीं वाहिनी, सेक्टर कोलकाता के जवानों ने प्राप्त खुफिया सूचना पर कार्य करते हुए अंतरराष्ट्रीय सीमा के नजदीक सोनई नदी के किनारे घात लगाकर बैठे थे। रात लगभग आठ बजे जवानों ने एक संदिग्ध व्यक्ति को एक बड़े बैग के साथ सोनई नदी से होकर अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करने की कोशिश करते देखा। पहले से घात लगाकर बैठे जवानों ने जब उसे रोकने का प्रयास किया तब तस्कर भागने की कोशिश करने लगा। जब एम्बुश पार्टी ने उसका पीछा किया तब बैग को उसी जगह पर छोड़ कर अंधेरे और घने फसल का फायदा उठाते हुए तस्कर भागने में सफल रहा। जवानों ने मौके पर पहुंच कर इलाके की सघन तलाशी लिया तो वहां पर एक बड़ा बैग मिला, जिसके अंदर कुल 10.654 किलोग्राम चांदी के आभूषण भरे थे। बीएसएफ ने जब्त किए गए आभूषणों को आगे की कानूनी कार्यवाही के लिये कस्टम कार्यालय तेंतुलिया को सौंप दिया है। 

 बीएसएफ कमांडेंट ने जवानों की प्रशंसा की 

 इधर, 112 वाहिनी, बीएसएफ के कार्यवाहक कमांडिंग ऑफिसर चंद्रशेखर ने अपने जवानों की उपलब्धि पर खुशी व्यक्त की, जिसके परिणामस्वरूप 10.654 किलोग्राम चांदी के आभूषण जब्त किया। उन्होंने कहा कि यह केवल उनके जवानों द्वारा ड्यूटी पर प्रदर्शित की गई सतर्कता के कारण ही संभव हो सका है।

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