बीएसएफ ने स्निफर डॉग की मदद से तस्करी को नाकाम कर मालवाहक ट्रेन से 126 बोतल फेंसिडिल जब्त की

जवानों ने तस्करी को नाकाम करते हुए उत्तर 24 परगना जिले में आईसीपी पेट्रापोल के नजदीक ज़ीरो पॉइंट (अंतर्राष्ट्रीय सीमा) पर स्निफर डॉग की मदद से मालवाहक ट्रेन के अंदर से 126 बोतल प्रतिबंधित फेंसिडिल कफ सिरप जब्त की है।

By Priti JhaEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 08:57 AM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 08:57 AM (IST)
बीएसएफ ने स्निफर डॉग की मदद से तस्करी को नाकाम कर मालवाहक ट्रेन से 126 बोतल फेंसिडिल जब्त की
स्निफर डॉग की मदद से तस्करी को नाकाम कर मालवाहक ट्रेन से 126 बोतल फेंसिडिल जब्त की

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के अंतर्गत सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने तस्करी को नाकाम करते हुए उत्तर 24 परगना जिले में आईसीपी पेट्रापोल के नजदीक ज़ीरो पॉइंट (अंतर्राष्ट्रीय सीमा) पर स्निफर डॉग की मदद से मालवाहक ट्रेन के अंदर से 126 बोतल प्रतिबंधित फेंसिडिल कफ सिरप जब्त की है। इस फेंसिडिल को मालगाड़ी में छिपाकर भारत से बांग्लादेश ले जाया जा रहा था। जब्त फेंसिडिल की अनुमानित कीमत 21,381रुपये है।

दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के प्रवक्ता व डीआइजी सुरजीत सिंह गुलेरिया ने बताया कि 13 अप्रैल को आईसीपी पेट्रापोल, 179 वाहिनी, बीएसएफ, सेक्टर कोलकाता के जवान आईसीपी पेट्रापोल के नजदीक ज़ीरो पॉइंट पर निर्यात का माल लेकर भारत से बांग्लादेश जा रहे मालवाहक ट्रेन की नियमित जांच कर रहे थे। इस दौरान बीएसएफ की जांच दल में शामिल स्निफर डॉग ( अमन) ने वैगन संख्या (एनआर 012530) के पास आकर रुक गया तथा अपने हैन्डलर को वैगन के अंदर कुछ संदिग्ध वस्तु छुपे होने का इशारा किया। जब जांच दल ने वैगन के अंदर सघनता से जांच की तो इसके अंदर से 126 बोतल फेंसिडिल बरामद हुए जो अवैध तरीके से छुपाकर बांग्लादेश ले जाया जा रहा था।

जवानों ने उक्त फेंसिडिल को जब्त कर लिया। जब्त फेंसिडिल को कस्टम कार्यालय पेट्रापोल को सौंप दिया गया है। गुलेरिया ने बताया कि इससे पहले पिछले साल लॉकडाउन के दौरान भी दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने मालगाड़ी से कई बार प्रतिबंधित सामानों को जब्त किया था। साथ ही मालगाड़ी से कई बांग्लादेशी नागरिकों को भी पकड़ा गया था जब वे ट्रेन में छुपकर भारत आने-जाने की कोशिश कर रहे थे।

रेलवे व कस्टम विभाग की भूमिका पर सवाल

इधर, मालगाड़ी से फेंसिडिल की बरामदगी से रेलवे व कस्टम विभाग की भूमिका पर भी सवाल उठ रहा है कि जब ट्रेन की रवानगी से पहले उसकी पूरी जांच की जाती है और कस्टम क्लीयरेंस दिया जाता है तो आखिर कैसे तस्कर प्रतिबंधित सामानों को छिपाने में कामयाब हो जाते है। सूत्रों की मानें तो तस्करों के साथ कथित तौर पर रेलवे व कस्टम के कुछ कर्मियों की बिना सांठगांठ के यह संभव नहीं हो सकता है। इससे पहले बीएसएफ की ओर से रेलवे व कस्टम विभाग के समक्ष इस प्रकार की घटना सामने आने के बाद शिकायत भी दर्ज कराई जा चुकी है।लेकिन आगाह किए जाने के बावजूद यह घटना रुक नहीं रही है और तस्कर इस प्रकार का दुस्साहस कर रहे है।

बीएसएफ कमांडेंट ने जवानों व स्निफर डॉग की तारीफ की

इधर, अरुण कुमार, कमांडिंग ऑफिसर, 179 वाहिनी ने अपने जवानों और स्निफर डॉग अमन की उपलब्धि पर खुशी व्यक्त की, जिसके परिणामस्वरूप इस प्रकार की तस्करी को नाकाम करते हुए 126 बोतल फेंसिडिल जब्त किया। उन्होंने कहा कि यह केवल ड्यूटी पर तैनात उनके जवानों द्वारा प्रदर्शित सतर्कता के कारण ही संभव हो सका है। 

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