बीएसएफ ने बांग्लादेश सीमा पर विभिन्न देशों के 22 पासपोर्ट्स और दवाइयों के साथ दो तस्करों को पकड़ा

पासपोर्ट व दवाइयों को सीमा पार कराने के दौरान दोनों को पकड़ा बांग्लादेशी नागरिकों के नाम पर बने हैं सभी पासपोर्ट सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास से दो भारतीय तस्करों (पिता-पुत्री) को गिरफ्तार किया है।

By Priti JhaEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 09:20 AM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 09:20 AM (IST)
बीएसएफ ने बांग्लादेश सीमा पर विभिन्न देशों के 22 पासपोर्ट्स और दवाइयों के साथ दो तस्करों को पकड़ा
सीमा पर बड़ी संख्या में पासपोर्ट व दवाइयों के साथ गिरफ्तार पिता- पुत्री।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास से दो भारतीय तस्करों (पिता-पुत्री) को गिरफ्तार किया है। बीएसएफ अधिकारियों के अनुसार, इनके पास से विभिन्न देशों के 22 पासपोर्ट, आठ अन्य दस्तावेज व बहुत सारी दवाइयां जब्त की गई हैं। बीएसएफ की ओर से बुधवार को जारी एक बयान में बताया गया कि दोनों को सीमा चौकी खरारमठ, 158वीं वाहिनी के इलाके से बुधवार दोपहर में जवानों ने उस वक्त धर दबोचा, जब वे दवाइयों, बड़ी संख्या में पासपोर्ट्स और अन्य दस्तावेजों को सीमा पार कराने की कोशिश कर रहे थे।

बीएसएफ के प्रवक्ता ने बताया कि प्राथमिक जांच में पता चला है कि ये सभी पासपोर्ट बांग्लादेशी नागरिकों के नाम पर हैं और विभिन्न देशों से बनवाए गए हैं। हालांकि यह असली है या नकली एवं इसके पीछे क्या उद्देश्य है, यह जांच के बाद ही साफ हो पाएगा। गिरफ्तार पिता- पुत्री का नाम पशुपति सरकार (37) व राजश्री सरकार है। ये उत्तर 24 परगना के गायघाटा थाना अंतर्गत पिपली, तेंतुलबेरिया गांव के रहने वाले हैं।

बीएसएफ अधिकारी के अनुसार, गिरफ्तार पिता- पुत्री ने पूछताछ में बताया कि वे पिछले करीब एक साल से तस्करी की गतिविधियों में शामिल हैं और दूसरे तस्कर के लिए वाहक (सामान लाने- ले जाने) का काम करते हैं। बीएसएफ का दावा है कि सीमा पार करा कर पासपोर्ट व अन्य सामानों को ये लोग किसी बांग्लादेशी तस्कर को सौंपने वाले थे। वहीं, पूछताछ में पशुपति सरकार ने बीएसएफ को बताया कि पीपली गांव के ही रहने वाले विश्वजीत राय और राजीव मंडल के लिए काम करते हैं।

उन्होंने बताया कि विश्वजीत राय ने उन्हें बुलाया और चंदपारा जाकर एक अज्ञात व्यक्ति से यह सामान लाने को कहा। सामान लाने के बाद, झोडांगा में उसने अपनी बेटी को यह सामान दिया और आगे विश्वजीत राय को देने के लिए कहा। परंतु रास्ते में बीएसएफ ने उन्हें पकड़ लिया। बीएसएफ ने आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए दोनों को गायघाटा पुलिस स्टेशन को सौंप दिया है।गौरतलब है कि इतनी बड़ी संख्या में विभिन्न देशों के पासपोर्ट मिलने से बीएसएफ अधिकारी भी सकते में हैं।

कैसे हुई गिरफ्तारी

बयान के मुताबिक, सीमा चौकी खरारमठ, 158 वीं वाहिनी, सेक्टर कोलकाता के जवानों ने कैंप ड्यूटी के दौरान दो व्यक्तियों को अंतरराष्ट्रीय सीमा की तरफ आते देखा, जिसमें एक लड़की साइकिल पर सवार थी और एक व्यक्ति पैदल आ रहा था। जैसे ही जवानों ने उन्हें चेकिंग के लिए रोका, तो उनकी संदिग्ध हरकत देखकर जवानों को उन पर कुछ संदेह हुआ। महिला प्रहरी द्वारा साइकिल पर सवार लड़की की तलाशी ली गई तो उसके बैग से बहुत सारी दवाइयां, दो मोबाइल फोन, 22 बांग्लादेशी पासपोर्ट और आठ अन्य दस्तावेज बरामद हुए। इसके बाद दोनों को हिरासत में ले लिया गया।

बीएसएफ कमांडेंट ने जवानों की थपथपाई पीठ

इधर, 158वीं वाहिनी बीएसएफ के कमांडेंट हरेंद्र सिंह तोमर ने अपने जवानों की उपलब्धियों पर खुशी व्यक्त की और इस सफलता के लिए उनकी पीठ थपथपाई। उन्होंने कहा कि यह केवल ड्यूटी पर उनके जवानों द्वारा प्रदर्शित सतर्कता के कारण ही संभव हो सका है। 

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