अवैध रूप से सीमा पार करते 12 लाख के गहनों के साथ दो बांग्लादेशी महिलाओं को बीएसएफ ने पकड़ा
दक्षिण बंगाल सीमांत क्षेत्र अंतर्गत नदिया जिले से सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने गैर कानूनी तरीके से अंतरराष्ट्रीय सीमा लांघकर उस पार जाने की कोशिश में दो बांग्लादेशी महिलाओं को गिरफ्तार किया है। महिलाओं के पास 12 लाख रुपये मूल्य के सोने व चांदी के गहने जब्त किए गए हैं।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : दक्षिण बंगाल सीमांत क्षेत्र अंतर्गत नदिया जिले से सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने गैर कानूनी तरीके से अंतरराष्ट्रीय सीमा लांघकर उस पार जाने की कोशिश में दो बांग्लादेशी महिलाओं को गिरफ्तार किया है। बीएसएफ द्वारा जारी बयान में बताया गया कि महिलाओं के पास से 12 लाख रुपये मूल्य के सोने व चांदी के गहने जब्त किए गए हैं। साथ ही इनके पास से 22,000 भारतीय मुद्रा और छह मोबाइल फोन भी बरामद हुए हैं।महिलाओं के नाम नूपुर शेख (32) और रौश्री घोष (35) है। दोनों को सीमा चौकी जीतपुर इलाके से बुधवार को पकड़ा गया।अधिकारियों के मुताबिक, जवानों ने सीमा सड़क के समीप दोनों संदिग्ध महिलाओं को देखकर जब उन्हें रुकने को कहा तो वे भागने लगी लेकिन मुस्तैद जवानों ने उन्हें घेरकर पकड़ लिया।
कुछ साल पहले अवैध तरीके से भारत आकर यहां रह रही थी दोनों महिलाएं
प्रारंभिक पूछताछ में दोनों महिलाओं ने बताया कि वह बांग्लादेश की रहने वाली है और कुछ साल पहले अवैध तरीके से भारत आई थी और नदिया जिले के शांतिपुर में रह रही थी। आगे उन्होंने बताया कि ये सभी जेवरात नदिया के रानाघाट से उन्होंने खरीदे हैं। वे एक अनजान भारतीय दलाल की मदद से वापस बांग्लादेश जा रही थी। सीमा पार कराने के लिए उन्होंने 4,000 रुपये दलाल को दिए थे। हालांकि दोनों महिलाएं अपने पास से बड़ी मात्रा में जब्त गहनों के बारे में कोई वैध कागजात नहीं दिखा सकी। अधिकारियों ने बताया कि इतनी बड़ी मात्रा में गहने लेकर अवैध रूप से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करना एक अपराध की श्रेणी में आता है। बीएसएफ ने आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए गिरफ्तार महिलाओं को जब्त सामानों के साथ पुलिस थाना बागदाह को सौंप दिया गया है।
तस्करी व घुसपैठ के खिलाफ कड़े कदम उठा रही बीएसएफ
इधर, 99वीं वाहिनी, बीएसएफ के कमांडिंग ऑफिसर संजीव कुमार ने बताया कि भारत- बांग्लादेश सीमा पर घुसपैठ और तस्करी रोकने के लिए सीमा सुरक्षा बल कड़े कदम उठा रही हैं। जिसके चलते घुसपैठियों और दलालों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा हैं और उनमें से कुछ पकड़े जा रहे हैं तथा उन्हें कानून के मुताबिक सजाए भी हो रही है।