बीएसएफ ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर दो बांग्लादेशी तस्करों को दबोचा, चार मवेशियों को भी तस्करी से बचाया

सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की 78वीं बटालियन के जवानों ने मालदा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास मवेशियों की तस्करी के प्रयासों को नाकाम करते हुए दो बांग्लादेशी तस्करों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। जवानों ने चार मवेशियों को भी तस्करी से बचाया है।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Sat, 11 Sep 2021 07:20 PM (IST) Updated:Sat, 11 Sep 2021 07:20 PM (IST)
बीएसएफ ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर दो बांग्लादेशी तस्करों को दबोचा, चार मवेशियों को भी तस्करी से बचाया
बीएसएफ ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर दो बांग्लादेशी तस्करों को दबोचा

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की 78वीं बटालियन के जवानों ने मालदा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास मवेशियों की तस्करी के प्रयासों को नाकाम करते हुए दो बांग्लादेशी तस्करों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। जवानों ने चार मवेशियों को भी तस्करी से बचाया है। बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर मुख्यालय, कोलकाता की ओर से जारी एक बयान में बताया गया कि तस्कर शुक्रवार व शनिवार की मध्यरात्रि में सीमा चौकी नीमतीता के इलाके से मवेशियों को सीमा पार कराकर बांग्लादेश में तस्करी की कोशिश कर रहे थे।एक खुफिया सूचना के आधार पर जवानों ने इलाके में घेराबंदी की तथा रात्रि कैमरे (एचएचटीआइ) के द्वारा तस्करों की गतिविधियों पर नजरदारी शुरू की।

इसी दौरान जैसे ही बांग्लादेशी तस्कर अंतरराष्ट्रीय सीमा को क्रास करने की कोशिश करने लगे, तुरंत सर्तक जवानों ने काफी मशक्कत करने के बाद उन्हें चार मवेशियों सहित धर दबोचा। पकड़े गए तस्करों ने अपना नाम- क्रमशः आरिफ शेख, ग्राम- पारचोका एवं मातिन शेख, ग्राम- बरोरूसा, बांग्लादेश बताया। पूछताछ में बांग्लादेशी तस्करों ने खुलासा किया कि आठ सितंबर को नदी के रास्ते अवैध रूप से बांग्लादेश से वे भारत आए थे और भारतीय गांव महालदार पारा से होते हुए अर्जुनपुर पहुंचे। जहां इनकी मुलाकात अर्जुनपुर के भारतीय तस्करों हुसैन और अहसान अली से हुई।

इसके बाद 11 सितंबर को ग्राम अर्जुनपुर से आरिफ शेख और मातिन को चार मवेशी दिए गए और कहा कि इन चारों मवेशियों को बांग्लादेशी तस्कर रुबेल, निवासी- थुथापारा और मसूद, निवासी- मनाहोरपुर को दो-दो मवेशी सौंपना है। जिसके बदले उन्हें 40,000 रुपये बांग्लादेशी टका मिलना था। इस काम को करने के लिए दोनों तस्करों ने पानी के रास्ते बांग्लादेश की ओर जाने का प्रयास किया। किंतु नीमतीता सीमा चौकी के सजग जवानों द्वारा उन्हें अंतरराष्ट्रीय सीमा रेखा पार करने से पहले ही मवेशियों के साथ दबोच लिया गया।

वहीं, इस सफलता पर 78वीं बटालियन के कमांडिंग आफिसर राहुल ने कहा कि भारत-बांग्लादेश सीमा पर तस्करी व घुसपैठ को रोकने के लिए बीएसएफ सख्त कदम उठा रही है, जिससे ऐसे अपराधों में शामिल लोगों को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अतिरिक्त जो पकड़े जा रहे हैं उन्हें कानून के मुताबिक सजाएं भी मिल रही है। उन्होंने कहा यह पहली बार नहीं है जब 78वीं वाहिनी के जवानों द्वारा सजगता का परिचय देते हुए तस्करों को मवेशियों के साथ पकड़ा गया है। इससे पहले भी अनेकों बार वाहिनी के सजग जवानों द्वारा तस्करों और समाज विरोधी तत्वों के मंसूबों को नाकामयाब किया गया है।

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