बीएसएफ ने पांच और बांग्लादेशी घुसपैठिए को पकड़ा, अवैध तरीके से सीमा पार करा हजारों रुपये वसूल रहे दलाल

बीएसएफ ने अलग- अलग जगहों से गैर कानूनी तरीके से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करते हुए पांच और बंग्लादेशी घुसपैठिए को गिरफ्तार किया है जिनमें तीन महिलाएं हैं। भारत में रोजगार के नाम पर बंगलादेशी नागरिकों को किया जा रहा गुमराह

By Priti JhaEdited By: Publish:Fri, 23 Jul 2021 09:03 AM (IST) Updated:Fri, 23 Jul 2021 09:03 AM (IST)
बीएसएफ ने पांच और बांग्लादेशी घुसपैठिए को पकड़ा, अवैध तरीके से सीमा पार करा हजारों रुपये वसूल रहे दलाल
अवैध रूप से सीमा पार करते गिरफ्तार बांग्लादेशी महिलाएं।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के सीमावर्ती इलाके से सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने अलग- अलग जगहों से गैर कानूनी तरीके से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करते हुए पांच और बंग्लादेशी घुसपैठिए को गिरफ्तार किया है, जिनमें तीन महिलाएं हैं। एक बयान में बताया गया कि इनमें तीन बांग्लादेशी नागरिकों को बुधवार शाम को उत्तर 24 परगना जिले में बीएसएफ की 112वीं बटालियन के इलाके से भारत में घुसपैठ करते गिरफ्तार किया गया। वहीं, दो बांग्लादेशी महिलाओं को नादिया जिले में 08वीं बटालियन के इलाके से गुरुवार तड़के भारत से बांग्लादेश जाते हुए गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में पकड़े गए घुसपैठियों ने बताया कि अवैध तरीके से भारत-बांग्लादेश सीमा को पार कराने के लिए दलाल ने उनसे हजारों रुपये लिए थे।

बीएसएफ अधिकारियों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय सीमा के दोनों तरफ मानव तस्करी में शामिल गिरोह से जुड़े दलाल सक्रिय है जो मोटी रकम वसूल कर लोगों को गैरकानूनी तरीके से सीमा आर- पार कराते है। ये दलाल सीमा पार कराने के लिए पांच हजार से लेकर 20-20 हजार रुपये तक लेते हैं। साथ ही भारत में रोजगार दिलाने के नाम पर भी बंगलादेशी नागरिकों को गुमराह करते है और उनसे हजारों रुपये ऐंठ लेते हैं। हालांकि बीएसएफ घुसपैठ रोकने के लिए सीमा पर कड़ी सतर्कता बरत रही है जिसके चलते लगातार घुसपैठिए व दलाल पकड़े जा रहे हैं।

तीन घुसपैठियों से सीमा पार कराने के लिए दलाल ने लिए थे 15,000 बांग्लादेशी टका

उत्तर 24 परगना से गिरफ्तार घुसपैठियों के नाम परितोष मंडल (45), कामना गोयल, (21) व सत्यजित बाला (29) है। तीनों बांग्लादेश के खुलना जिले के रहने वाले हैं। इनमें परितोष व कामना पति- पत्नी हैं। पूछताछ में परितोष ने बताया कि कुछ साल पहले वे अवैध तरीके से सीमा पार कर रोजगार की तलाश में भारत आये थे। यहां आने के पश्चात उत्तर 24 परगना के तेंतुलिया में मजदूरी का कार्य करने लगे। अभी चार माह पूर्व वह अपने परिवार से मिलने वापस बांग्लादेश गया था तथा अपनी पत्नी के साथ भारत लौट रहा था। आगे उसने बताया कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कराने के लिए एक बांग्लादेशी दलाल ने उनसे 5000 बांग्लादेशी टका लिया था। वहीं, एक अन्य बांग्लादेशी सत्यजित बाला ने बताया कि वह रोजगार की तलाश में भारत आ रहा था, जिसके लिए उसने बांग्लादेशी दलाल को 10,000 बांग्लादेशी टका दिया था। यानी तीनों बांग्लादेशियों से दलाल ने 15,000 बांग्लादेशी टका लिया था।

काम की तलाश में भारत आई थी दोनों बांग्लादेशी महिला, अहमदाबाद में कर रही थी काम

इधर, नदिया जिले से गिरफ्तार महिलाओं की पहचान असुरा (रहीमा) बेगम (42) व बेतना (काजोल) खातून (40) के रूप में हुई है, जो बांग्लादेश के क्रमशः यशोर और सोनापुर जिले की रहने वाली है। पूछताछ में दोनों ही महिलाओं ने खुलासा किया कि उनके पति का देहांत हो चुका है और उनकी आर्थिक हालात बेहद खराब है। काम की तलाश में वो बंग्लादेशी दलाल की मदद से भारत आई थी।

बेतना खातून ने बताया कि वह अहमदाबाद, गुजरात में लेबर का काम करने लगी। कुछ दिन काम करने के बाद अब वापस बांग्लादेश जा रही थी। बंग्लादेश जाने के लिए भारतीय दलाल कुतुफ माल्टे (राहुल) की मदद ली, जोकि नदिया जिले के नागोरपोटा का रहने वाला है।

दलाल ने सीमा पार करने के लिए उनसे 5000 रुपये लिए थे। वहीं, असुरा बेगम ने भी बताया कि वह गुजरात के अहमदाबाद के चांदलोदिया इलाके में बाई का काम करती थी और आज वह अनजान भारतीय दलाल की मदद से सीमा क्षेत्र तक आई, जहां दलाल के सहयोगी कुतुफ माल्टे की मदद से वापस बांग्लादेश जा रही थी। कुतुफ ने उनसे भी 5000 रुपये लिए थे। इधर, बीएसएफ में आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए गिरफ्तार सभी बंगलादेशी घुसपैठिए को संबंधित पुलिस स्टेशन को सौप दिया है। 

chat bot
आपका साथी