भारत में रोजगार की तलाश में आ रहे पांच और बांग्लादेशी घुसपैठिए को बीएसएफ ने सीमा पर पकड़ा
सीमांत के अलग-अलग सीमा चौकी इलाके से प्रवेश करते पकड़ा गया पकड़े गए लोगों में तीन महिला भी शामिल खुफिया सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए इनमें से दो महिलाओं को 82वीं वाहिनी की सीमा चौकी मधुपुर के इलाके से भारतीय सीमा में घुसते समय गिरफ्तार किया गया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। दक्षिण बंगाल सीमांत क्षेत्र से सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने अलग अलग- जगहों से पांच और बंगलादेशी नागरिकों को गैर कानूनी तरीके से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करते हुए गिरफ्तार किया है। इसमें तीन महिला शामिल है। बीएसएफ के प्रवक्ता ने रविवार को एक बयान जारी कर बताया कि ये सभी बांग्लादेशी रोजगार की तलाश में भारत में घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे, तभी उन्हें सीमा पर सतर्क जवानों ने पकड़ लिया। पांचों को शनिवार को पकड़ा गया।
प्रवक्ता ने बताया कि खुफिया सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए इनमें से दो महिलाओं को 82वीं वाहिनी की सीमा चौकी मधुपुर के इलाके से भारतीय सीमा में घुसते समय गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा एक अन्य घटना में, उत्तर 24 परगना जिले में सीमा चौकी हकीमपुर, 112वीं वाहिनी के इलाके से जवानों ने एक महिला समेत तीन बांग्लादेशी नागरिकों को भारत में प्रवेश करते गिरफ्तार किया। मधुपुर सीमा चौकी से गिरफ्तार दोनों महिलाओं की पहचान मिस्टी खातून (35) व मीतू बेगम (29) के रूप में हुई।दोनों ने बताया कि वह बांग्लादेश के बारिशाल जिले की रहने वाली है।
कोलकाता में बार डांसर का काम करती थी बांग्लादेशी युवती, फर्जी भारतीय पहचान पत्र भी बनवा रखी हैं
मिस्टी खातून ने पूछताछ में बीएसएफ को बताया कि वह कोलकाता के न्यू मार्केट में फायर ब्रिगेड के समीप प्रिंसेज बार में डांसर का काम करती थी और उसने भारतीय पहचान पत्र (आधार कार्ड, पैन कार्ड) भी फर्जी बनवा रखे हैं। जनवरी 2020 में वह अपने परिवार से मिलने के लिए बांग्लादेश गई थी, और अब फिर यही काम करने के लिए वापस भारत आ रही थी। वहीं, मीतू बेगम ने बताया कि वह आसानी से ज्यादा पैसे कमाने के लिए भारत में आना चाहती थी। उसने यहां काम दिलाने के लिए मिस्टी खातून से संपर्क किया और और अपनी मर्जी से उसके साथ भारत आने के लिए तैयार हुई।दोनों युवतियों ने आगे बताया कि उन्होंने अनजान बांग्लादेशी दलाल को सीमा पार कराने के लिए 15, 000 रुपये दिए थे।
सभी काम की तलाश में आ रहे थे भारत
इधर, हकीमपुर सीमा चौकी इलाके से पकड़े गए बांग्लादेशियों की पहचान भोजाय सरकार,
प्रियालाल मंडल व सुखी अख्तर है। ये तीनों क्रमशः बांग्लादेश के ढाका, मैडरीपुर व मैमों शांघा जिले के रहने वाले हैं। बीएसएफ प्रवक्ता ने बताया कि पूछताछ में सभी ने अपने आप को बंगलादेश का नागरिक बताया है। सभी काम की तलाश में अज्ञात भारतीय दलाल की मदद से सीमा पार कर भारत आने की कोशिश कर रहे थे। गिरफ्तार किए गए सभी बांग्लादेशी नागरिकों को आगे की कानूनी कार्यवाही हेतु संबंधित पुलिस स्टेशन को सौंप दिया गया है।
घुसपैठ रोकने के लिए कड़े कदम उठा रही बीएसएफ
बीएसएफ, दक्षिण बंगाल फ्रंटियर ने बयान जारी कर बताया कि भारत- बांग्लादेश सीमा पर घुसपैठ को रोकने के लिए सीमा सुरक्षा बल कड़े कदम उठा रही हैं। दोनो महिलाओं से पूछताछ में साफ हो गया है की यह मामला भी कम समय में ज्यादा पैसे कमाने से जुड़ा हुआ है। इस तरह के मामलो में दलाल अक्सर फायदा उठा लेते हैं। बीएसएफ प्रवक्ता ने इस तरह के मामलों में पुलिस से भी कड़ी कार्रवाई करने का अनुरोध किया।