बीएसएफ ने अंतरराष्ट्रीय सीमा से दो तस्करों व तीन बांग्लादेशी नागरिकों समेत पांच को पकड़ा

बीएसएफ ने अंतरराष्ट्रीय सीमा इलाके में जाल बिछाकर दो तस्करों व तीन बांग्लादेशी नागरिकों समेत कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। एक महिला को हिरासत में लिया तस्करों के पास से 22 बोतल प्रतिबंधित फेंसिडिल कफ सिरप भी किया जब्त।

By Priti JhaEdited By: Publish:Wed, 06 Oct 2021 07:39 AM (IST) Updated:Wed, 06 Oct 2021 07:39 AM (IST)
बीएसएफ ने अंतरराष्ट्रीय सीमा से दो तस्करों व तीन बांग्लादेशी नागरिकों समेत पांच को पकड़ा
बीएसएफ ने अंतरराष्ट्रीय सीमा से दो तस्करों व तीन बांग्लादेशी नागरिकों समेत पांच को पकड़ा

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर अंतर्गत सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने नदिया जिले के अंतरराष्ट्रीय सीमा इलाके में जाल बिछाकर दो तस्करों व तीन बांग्लादेशी नागरिकों समेत कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। साथ ही 22 बोतल प्रतिबंधित फेंसिडिल कफ सिरप भी जब्त किया हैं। बीएसएफ की ओर से जारी एक बयान में बताया गया कि यह घटना बल की आठवीं वाहिनी की सीमा चौकी सिलबेरिया इलाके की है, जब जवानों ने विशेष सूचना के आधार पर एक महिला को हिरासत में लिया तथा उसके फोन के माध्यम से योजनाबद्ध तरीके से चार और लोगों को भी गिरफ्तार किया। साथ ही उनके कब्जे से 22 बोतल फेंसिडिल बरामद किया।

गिरफ्तार लोगों की पहचान झरना अधिकारी (38), अतियार सरदार (47), अब्दुल अहद सरदार (36), सौरव मंडल (20) व शेख बाबू (38) के रूप में हुई। इनमें अतियार सरदार व अब्दुल अहद सरदार नदिया जिले के बड़ा चुपडिया गांव का रहने वाला है। वहीं, सौरव मंडल बांग्लादेश के मदारीपुर जबकि शेख बाबू यशोर जिले का रहने वाला है। महिला झरना अधिकारी ने नदिया के राणाघाट थाना अंतर्गत कोपस कैंप गांव का निवासी बताया।

बीएसएफ अधिकारियों के अनुसार, पूछताछ में झरना अधिकारी ने बताया कि उसकी आर्थिक हालात ठीक नहीं होने के चलते वह अपने ससुर के पास बांग्लादेश जा रही थी जो कि बांग्लादेश में मछली के व्यापारी हैं। आगे उसने बताया कि उसने सीमा पार करने के लिए बड़ी चुपडिया गांव के अतियर और अब्दुल अहद सरदार नाम के दलालों को 10,000 रुपये दिए हैं।

प्रतिबंधित सामानों की तस्करी व सीमा पार कराने के धंधे में शामिल होने की बात स्वीकारी

वहीं, अतियार सरदार व अब्दुल अहद सरदार ने खुलासा किया कि वे दोनों बड़ी चुपडिया के सरीफुल मंडल के साथ मिलकर प्रतिबंधित सामानों की तस्करी और बांग्लादेश नागरिकों को सीमा आर-पार कराने के धंधे में लिप्त हैं। सरीफुल मंडल कोलकता के बबलू नाम के दलाल के साथ बांग्लादेश आने- जाने और रहने की व्यवस्था करता है। साथ ही वह बांग्लादेशियों के जाली पहचान पत्र भी बनवाता है। अब्दुल अहद सरदार ने आगे बताया कि उसका पिता 1980 में भारत आया था और तभी से वह बड़ी चुपडिया में रह रहा है।

वहीं बांग्लादेशी नागरिक शेख बाबू ने खुलासा किया कि वह बहुत पहले ही भारत आया था और मुंबई के शिवाजीनगर में कचरा उठाने काम करता था और आज अपने घर वापस लौट रहा था। इसके अलावा सौरव मंडल कोलकाता के हावड़ा स्टेशन के पास कचरा उठाने का काम करता है और आज अपने घर बांग्लादेश लौट रहा था। गिरफ्तार किए गए लोगों को जब्त किए गए सामानों के साथ पुलिस थाना- हंसखली को सौंप दिया गया है। 

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