बांग्लादेशी युवक के साथ दलाल को बीएसएफ ने दबोचा, नहीं चल सका दलाल का पैंतरा
पूछताछ में पिबरा बिस्वास ने बताया कि वह 18 महीने पहले भारत आया था और अहमदाबाद में संजय बिस्वास के यहां मजदूरी करता था। आज वह वापस बांग्लादेश लौट रहा था और उसने अभिजीत को सीमा पार कराने के लिए 6000 रुपये भी दिए थे।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर अंतर्गत सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने उत्तर 24 परगना जिले के सीमावर्ती इलाके में अभियान चलाकर एक बांग्लादेश युवक तथा एक भारतीय दलाल को गिरफ्तार किया है। दलाल ने 6,000 रुपये लेकर बांग्लादेशी नागरिक को अंतरराष्ट्रीय सीमा को अवैध रूप से पार कराने का प्रयास किया था।
बीएसएफ की ओर से एक बयान में बताया गया कि यह घटना आठ अक्टूबर की है जिसमें सीमा सुरक्षा बल की 107वीं वाहिनी की सीमा चौकी उतरपाड़ा के जवानों ने पुख्ता जानकारी के आधार पर एक विशेष अभियान चलाकर रात लगभग नौ बजे दोनों लोगों को गैर कानूनी तरीके से सीमा पार करने के दौरान गिरफ्तार कर लिया। जिनमें एक बांग्लादेश के नरेल जिले के जैमर गोप गांव का रहने वाला है जिसका नाम पिबरा बिस्वास (19) है। वहीं, दूसरी घटना बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के सीमावर्ती गांव दासपाड़ा की है जहां से अभिजीत बिस्वास को पकड़ा गया। पूछताछ में पिबरा बिस्वास ने बताया कि वह 18 महीने पहले भारत आया था और अहमदाबाद में संजय बिस्वास के यहां मजदूरी करता था। आज वह वापस बांग्लादेश लौट रहा था और उसने अभिजीत को सीमा पार कराने के लिए 6000 रुपये भी दिए थे।
वहीं अभिजीत बिस्वास ने स्वीकार किया कि वह पिछले तीन साल से तस्कर और दलाल बनकर काम कर रहा है और इस काम में उसकी चाची कजली बिस्वास गांव कमलपुर की रहने वाली, उसकी मदद कर रही थी। गिरफ्तार किए गए लोगों को जब्त किए गए सामानों के साथ पुलिस थाना बगदाह को सौंप दिया गया हैं।
इधर, दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जन संपर्क अधिकारी ने बताया कि भारत - बांग्लादेश सीमा पर तस्करी और घुसपैठ को रोकने के लिए सीमा सुरक्षा बल कड़े कदम उठा रही है। जिससे इस प्रकार के अपराधों में लिप्त व्यक्तियों, दलालों और उनके सहयोगियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा हैं और उनमें लिप्त कुछ तस्कर पकड़े भी जा रहे हैं और उन्हें कानून के मुताबिक सजाएं हो रही है।