बीएसएफ ने तीन और बांग्लादेशी महिलाओं को अवैध तरीके से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करते हुए किया गिरफ्तार
उत्तर 24 परगना जिले में तराली सीमा चौकी इलाके से बीएसएफ ने तीन और बांग्लादेशी महिलाओं को गैरकानूनी तरीके से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करते हुए गिरफ्तार किया है। महिला की पहचान मंजु सरदार (40) तथा रानी सरदार (22) के रूप में हुई।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। दक्षिण बंगाल सीमांत के अंतर्गत सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने उत्तर 24 परगना जिले में तराली सीमा चौकी इलाके से तीन और बांग्लादेशी महिलाओं को गैरकानूनी तरीके से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करते हुए गिरफ्तार किया है। इसमें से दो महिलाओं को भारत से बांग्लादेश जाने तथा एक महिला को बांग्लादेश से भारत में घुसपैठ करते समय अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास से पकड़ लिया। बीएसएफ द्वारा जारी किए गए बयान में बताया गया कि 22 जुलाई को बल की खुफिया शाखा द्वारा दो बांग्लादेशी महिलाओं को सीमा पार जाने की सूचना मिलने के आधार पर 112वीं वाहिनी की सीमा चौकी तराली के जवानों को सतर्क कर दिया गया। शाम के समय जवानों ने सीमा सड़क के नजदीक कुछ संदिग्ध व्यक्तियो की हरकत देखी। जब जवानों ने उन्हे रुकने को कहा तो वो मौके से भागने लगे। जवानों ने उनका पीछा किया और दो महिलाओं को हिरासत में ले लिया जबकि बाकी लोग सघन आबादी का फायदा उठाकर वापस भारतीय क्षेत्र में भागने में कामयाब हो गए। पूछताछ में महिला की पहचान मंजु सरदार (40) तथा रानी सरदार (22) के रूप में हुई। दोनों ही गांव- बेनापोल, थाना- सरसा, जिला- यशोर, बांग्लादेश की रहने वाली है।
20 साल पहले भारत आई थी बांग्लादेशी महिला
पूछताछ में मंजु सरदार ने बताया कि वह बीस साल पहले अपने पति के साथ रोजगार की तलाश में अवैध तरीके से सीमा पार कर भारत आई थी। यहां आने के बाद वह जुगबेरिया, उत्तर 24 परगना में जाकर रहने लगी तथा वहां मजदूरी का काम कर रही थी।अब वापस बांग्लादेश जाने के लिए अवैध तरीके से सीमा क्रॉस करने की कोशिश कर रही थी तभी बीएसएफ ने उन्हें पकड़ लिया। दोनों महिलाओं ने बताया कि सीमा क्रॉस करने के लिए उसने एक भारतीय दलाल को 12,000 रुपये दिए थे।
रोजगार की तलाश में आठ साल पहले भारत आई थी एक अन्य महिला
एक अन्य घटना में 22 जुलाई को ही तराली सीमा चौक इलाके से जवानों ने भारत में प्रवेश करने की कोशिश कर रही एक महिला को हिरासत में लिया। महिला की पहचान जमुना मंडल (32) के रूप में हुई। वह भी बांग्लादेश के यशोर जिले की रहने वाली है।
पूछताछ में महिला ने बताया कि वह बांग्लादेशी नागरिक है और आठ साल पहले रोजगार की तलाश में अपनी पति सुभाष मंडल के साथ सीमा पार कर भारत आई थी। यहां आने के बाद वह बल्लभपुर, उत्तर 24 परगना (पश्चिम बंगाल) में रहने लगी तथा मजदूरी का काम कर रही थी। तकरीबन छह माह पहले अपने परिवार से मिलने के लिए अवैध तरीके से सीमा क्रॉस कर बांग्लादेश गई थी तथ जब वह बांग्लादेश से भारत वापस आने के लिए सीमा क्रॉस करने की कोशिश कर रही थी उसी दौरान बीएसएफ ने उसे पकड़ लिया। आगे उसने बताया कि सीमा क्रॉस करने के लिए उसने एक भारतीय दलाल को 8,000 रुपये दिए थे। गिरफ्तार की गई तीनों बांग्लादेशी महिलाओ को आगे की कानूनी कार्यवाही हेतु पुलिस स्टेशन स्वरूप नगर को सौंप दिया गया है।
घुसपैठ रोकने के लिए कड़े कदम उठा रही बीएफ
बीएसएफ की ओर से जारी बयान में बताया कि भारत- बांग्लादेश सीमा पर घुसपैठ को रोकने के लिए सीमा सुरक्षा बल कड़े कदम उठा रही हैं। जिसके चलते घुसपैठियों और दलालों को गिरफ्तार किया जा रहा है। जिनसे पूछताछ में कई अहम खुलासे हो रहे है। जिनके आधार पर देश के अंदरूनी इलाकों में गैर कानूनी तरीके से आकर रहने वाले लोगों और दलालों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने में मदद मिल रहीं है।