West Bengal: बीएसएफ ने आइसीपी पेट्रापोल पर चार लाख की दवाइयों के साथ दो तस्करों को किया गिरफ्तार

जवानों ने बंगाल के अंतरराष्ट्रीय चेकपोस्ट पेट्रापोल के रास्ते बांग्लादेश में तस्करी की जा रही लाखों की दवाइयों के साथ दो अलग-अलग घटनाओं में दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। जब्त दवाइयों की अनुमानित कीमत 414494 रुपये हैं।

By Priti JhaEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 12:12 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 12:12 PM (IST)
West Bengal: बीएसएफ ने आइसीपी पेट्रापोल पर चार लाख की दवाइयों के साथ दो तस्करों को किया गिरफ्तार
अंतरराष्ट्रीय चेकपोस्ट पेट्रापोल पर दवाइयों के साथ गिरफ्तार तस्कर।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर अंतर्गत बीएसएफ की 179वीं वाहिनी के जवानों ने बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में स्थित अंतरराष्ट्रीय चेकपोस्ट पेट्रापोल के रास्ते बांग्लादेश में तस्करी की जा रही लाखों की दवाइयों के साथ दो अलग-अलग घटनाओं में दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। बीएसएफ की ओर से एक बयान में बताया गया कि जब्त दवाइयों की अनुमानित कीमत 4,14,494 रुपये हैं। इन दवाइयों को आइसीपी पेट्रापोल क्षेत्र से तस्करी के लिए बांग्लादेश ले जाने का प्रयास किया जा रहा था।

पहली घटना में, 20 जून को बीएसएफ की खुफिया शाखा द्वारा प्राप्त सूचना पर कार्य करते हुए आइसीपी पेट्रापोल, 179वीं वाहिनी, सेक्टर कोलकाता के जवानों ने एक विशेष वाहन तलाशी अभियान चलाया। जवानों ने एक संदिग्ध ट्रक को आते देखा जो निर्यात का माल लेकर भारत से बांग्लादेश की तरफ जा रहा था। पूर्व सूचना के आधार पर जब जवानों ने बारीकी से ट्रक की तलाशी ली तो इसके कैबिन के अंदर से दो बड़े बैग मिले जिसे काफी अच्छे तरीके से प्लास्टिक से पैक किया गया था। जब इस पैकेट को खोला गया तो इसके अंदर से टापेंटाडोल टैबलेट्स जो सर्जरी के बाद दर्द निवारक के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है, बरामद हुआ। फिर जवानों ने उक्त दवाइयां को ट्रक सहित जब्त कर लिया तथा ट्रक चालक (तस्कर) को भी हिरासत में ले लिया। पकड़े गए ट्रक चालक (तस्कर) की पहचान हृदय देबनाथ (19), ग्राम + डाकघर- पेट्रापोल, जिला - उत्तर 24 परगना के रूप में हुई है। पूछताछ में उसने ने बताया कि वह ट्रक चालक के रूप में कार्य करता है और नियमित तौर पर निर्यात का माल लेकर बांग्लादेश जाता रहता है।

बनगांव निवासी मनोज बैद्या द्वारा ये दवाएं मिली थी और आइसीपी बेनापोल (बांग्लादेश) पहुंचने पर हसन (बांग्लादेशी ट्रांसपोर्टर) को यह देना था। इसके बदले उसे मनोज बैद्या से 1,500 रुपये मिले थे। एक अन्य घटना में, उसी दिन दैनिक रूटीन ड्यूटी के दौरान बीएसएफ के जवानों ने आइसीपी पेट्रापोल के आस पास के इलाकों में तलाशी अभियान चलाया। पेट्रापोल बाजार में एक व्यक्ति (तस्कर) को दो बैग के साथ संदिग्ध स्थिति में घूमते देखा। जब जवानों ने बैग की तलाशी ली तो विभिन्न प्रकार की दवाइयां बरामद हुई। फिर तस्कर को भी हिरासत में ले लिया गया। पकड़े गए तस्कर की पहचान कमल दास (42), ग्राम + डाकघर- पेट्रापोल, जिला –उत्तर 24 परगना के रूप में हुई है।

पूछ-ताछ में कमल दास ने बताया कि वह वैन चालक का कार्य करता है। सुबह मारुफ़ मंडल नाम का व्यक्ति जो मोहन इंटरप्राइजेज नाम के मनी एक्सचेंज का स्टॉल चलाता है, ने ये दवाइयां दी थी तथा किसी यात्री को इन दवाइयों को देने को बताया था जो बांग्लादेश ले जा सके। इस कार्य के लिए उसे मारुफ़ से 200 रुपये मिलते। लेकिन बीएसएफ ने उसे चेकिंग के दौरान दवाइयां के साथ पकड़ लिया। गिरफ्तार दोनों तस्करों को जब्त की गई सामग्री के साथ आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए कस्टम कार्यालय पेट्रापोल को सौंप दिया गया है। इधर, आइसीपी पेट्रापोल पर आयात और निर्यात वाहन तथा यात्रियों के व्यक्तिगत समान की आड़ में होने वाली तस्करी को रोकने के लिए सीमा सुरक्षा बल ने कस्टम अधिकारियों से सहयोग मांगा है। 

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