बीएसएफ ने मालदा से तीन तस्करों को रंगे हाथों किया गिरफ्तार, एक पहले से ही था नामजद
बीएसएफ अधिकारियों के अनुसार मानस मंडल उस इलाके का कुख्यात अपराधी व तस्कर है। उसने हाल ही में सीमा चौकी मनसामाता के इलाके से तारबंदी को काट के मवेशी की तस्करी की थी जिसके कारण उसके खिलाफ हबीबपुर पुलिस थाने में प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई थी।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने मालदा जिले में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास तस्करी के प्रयासों को नाकाम करते हुए तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार तस्करों में से एक पहले से ही हबीबपुर पुलिस थाने में नामजद है। बीएसएफ की ओर से जारी एक बयान के अनुसार, 18 अगस्त को प्राप्त खुफिया सूचना पर कार्य करते हुए सीमा चौकी मनसामाता, 44वीं वाहिनी, सेक्टर मालदा के जवानों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास एक विशेष अभियान चलाया।
इस दौरान सीमा के पास से तीन लोगों को गिरफ्तार किया। पकड़े गए तस्करों की पहचान मानस मंडल, ग्राम-कादिरपुर, थाना-मालदा, जय मंडल, ग्राम-सुखनगर और विकी मंडल, ग्राम-सुखनगर के रूप में हुई। तीनों मालदा जिले का रहने वाला है।
मानस मंडल इलाके का है कुख्यात अपराधी व तस्कर
बीएसएफ अधिकारियों के अनुसार, मानस मंडल उस इलाके का कुख्यात अपराधी व तस्कर है। उसने हाल ही में सीमा चौकी मनसामाता के इलाके से तारबंदी को काट के मवेशी की तस्करी की थी जिसके कारण उसके खिलाफ हबीबपुर पुलिस थाने में प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई थी। पूछताछ में मानस ने भारत और बांग्लादेश के कुछ तस्करों के नामों का भी खुलासा किया है जो तस्करी के काम में मदद करते थे और अभी भी तस्करी में लिप्त है। इनमें मबीब इस्लाम, ग्राम - नामोतला, मो. अनवर हुसैन, ग्राम - बाजरा टेक, मो. आमिद, ग्राम - चांदसिकारी, थाना - भोलाहाट, जिला - चपाई नवाबगंज (बांग्लादेश) है। गिरफ्तार तस्करों को आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए पुलिस स्टेशन हबीबपुर को सौंप दिया गया है।
बीएसएफ कमांडेंट ने जवानों की थपथपाई पीठ
इधर,44वीं बटालियन बीएसएफ के कमांडेंट एच एस बेदी ने इस सफलता पर खुशी व्यक्त करते हुए अपने जवानों की पीठ थपथपाई। उन्होंने कहा कि यह केवल ड्यूटी पर तैनात उनके जवानों द्वारा प्रदर्शित सतर्कता के कारण ही संभव हो सका है। उन्होंने आगे बताया कि महानिरीक्षक दक्षिण बंगाल सीमांत सीमा सुरक्षा बल द्वारा शुरू किए गए अभियान के तहत सीमा पर होने वाले अपराधों के प्रति शून्य तस्करी के संकल्प को पूरा करने के लिए उनके जवान पूरी तरह से दृढ़ और प्रतिबद्ध हैं।