नदिया से भारतीय दलाल व दो बांग्लादेशी महिला समेत चार को सीमा लांघते बीएसएफ ने किया गिरफ्तार

पकड़े गए दलाल हरून बिस्वास ने स्वीकार किया कि उसने दीपू सरकार से 1000 रुपये लिए हैं और उसकी पत्नी नादीया फरीन टीना को बांग्लादेश में पहुंचाना था।गिरफ्तार किए गए सभी नागरिकों को संबंधित पुलिस थानों को सौंप दिया गया है।

By Priti JhaEdited By: Publish:Wed, 15 Sep 2021 04:04 PM (IST) Updated:Wed, 15 Sep 2021 04:04 PM (IST)
नदिया से भारतीय दलाल व दो बांग्लादेशी महिला समेत चार को सीमा लांघते बीएसएफ ने किया गिरफ्तार
सीमा पार करते गिरफ्तार बांग्लादेशी महिला व अन्य।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने नदिया जिले के सीमावर्ती इलाके से एक भारतीय दलाल, दो बांग्लादेशी महिला व एक भारतीय पुरुष समेत कुल चार लोगों को गैर कानूनी तरीके से सीमा पार करने के दौरान गिरफ्तार किया है। बीएसएफ की ओर से एक बयान में बताया गया कि 14 सितंबर, मंगलवार की शाम को 54वीं वाहिनी की सीमा चौकी विजयपुर और होरंडीपुर के जवानों ने खुफिया शाखा की सूचना के आधार पर दो विशेष अभियानों में चारों लोगों को हिरासत में लिया। जिनमें चड्डक अली मंडल (32) और उसकी पत्नी सलमा खातून (23) को बांग्लादेश से भारत आते समय और हारून बिस्वास (32) नाम के दलाल और नादीया फरीन टीना (23) को भारत से बंग्लादेश जाने के दौरान पकड़ा गया। चड्डक अली मंडल और हारून बिस्वास नदिया जिले के नैकुरा मुस्लिमपाड़ा और मलूवापडा गांव का रहने वाला है। वहीं, सलमा खातून और नादीया फरीन टीना बांग्लादेश के झेनैदाह और रंगपुर जिले की रहने वाली है।

गांव के पंचायत मेंबर ने बनवाए 1000 रुपये में जाली पहचान पत्र

पूछताछ करने पर सलमा खातून ने बताया कि 2016 में वह चड्डक अली के साथ तीन दिन के लिए भारत आई थी और अपने भारतीय पहचान संबंधित दस्तावेज तैयार कराकर वापस चली गई। आगे उसने खुलासा किया कि उसके पहचान पत्र बनाने में उसके चाचा अरमान मंडल और कुकरोड़ा गांव थाना चपरा, जिला नदिया के पंचायत मेंबर जिसका नाम संतू मंडल है ने 1000 रुपये लेकर उसकी मदद की थी।

अक्टूबर 2016 में उसने चड्डक अली से शादी कर ली। आज वह बांग्लादेशी दलाल बप्पा हल्दर की मदद से सीमा पार कर रही थी। उसने दलाल को इसके लिए 10,000 रुपये भी दिए थे। वहीं, चड्डक अली मंडल ने बताया कि वह 2016 में बांग्लादेश गया था और उसने सलमा खातून से शादी की और वहीं काम करने लगा। तकरीबन एक साल पहले वह वापस भारत आ गया।

आज वह अपनी पत्नी को सीमावर्ती इलाके से लेने के लिए आया था जोकि बांग्लादेश से आ रही थी।नादीया फरीन टीना ने बताया कि उसने दीपू सरकार नाम के भारतीय पुरुष से 2017 में शादी की थी जोकि उत्तर 24 परगना जिले के नैहाटी में रहता है। आज वह अपनी मां से मिलने के लिए भारतीय दलाल हरून मंडल की मदद से बंग्लादेश जाने वाली थी। उसने दलाल को 1000 रुपये सीमा पार करने के लिए दिए थे।

दलाल ने स्वीकार किया सीमा पार कराने की बात

पकड़े गए दलाल हरून बिस्वास ने स्वीकार किया कि उसने दीपू सरकार से 1000 रुपये लिए हैं और उसकी पत्नी नादीया फरीन टीना को बांग्लादेश में पहुंचाना था।गिरफ्तार किए गए सभी नागरिकों को संबंधित पुलिस थानों को सौंप दिया गया है।

वहीं, देशराज सिंह, 54 वीं वाहिनी के कमांडिंग आफिसर ने बताया कि भारत - बांग्लादेश सीमा पर घुसपैठ को रोकने के लिए सीमा सुरक्षा बल कड़े कदम उठा रही है। जिससे इस प्रकार के अपराधों में लिप्त व्यक्तियों, दलालों और उनके सहयोगियों को मुश्किलों का अनुभव हो रहा है और उनमें से कुछ पकड़े भी जा रहे हैं और उन्हें कानून के मुताबिक सजाएं भी हो रही है।

पकड़े गए लोगों से पूछताछ में कई अहम बाते सामने निकल कर आ रही हैं जिनको पुलिस और अन्य एजेंसियों के साथ साझा किया जा रहा है ताकि देश के अंदरूनी इलाकों में गैर कानूनी तरीके से आकर रहने वाले लोगों के खिलाफ भी कार्यवाही की जा सके। आगे अधिकारी ने साफ तौर पर कहा कि हम अपने इलाके में किसी भी हाल में घुसपैठ नही होने देंगे। 

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