गंगा नदी के तेज बहाव में गिरकर बीएसएफ का बहादुर जवान हुआ लापता, 23 घंटे के बाद शव बरामद

गंगा नदी के बीच में नाव के पहुंचने पर अचानक नदी का बहाव नाव को बहाकर ले जाने लगी तभी शैलेन्द्र दुबे का संतुलन बिगड़ गया तथा वे संभल नहीं पाये और हथियार समेत गंगा नदी के तेज बहाव में गिर गए।

By Priti JhaEdited By: Publish:Thu, 14 Oct 2021 09:59 AM (IST) Updated:Thu, 14 Oct 2021 10:00 AM (IST)
गंगा नदी के तेज बहाव में गिरकर बीएसएफ का बहादुर जवान हुआ लापता, 23 घंटे के बाद शव बरामद
गंगा नदी के तेज बहाव में गिरकर बीएसएफ का बहादुर जवान हुआ लापता

राज्य ब्यूरो, कोलकाता । बंगाल के मालदा जिले में तैनात दक्षिण बंगाल फ्रंटियर अंतर्गत सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के 78वीं वाहिनीं का एक बहादुर जवान गंगा नदी के तेज बहाव में गिरकर लापता हो गया। 23 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार उसका शव बरामद किया गया।

शहीद जवान का नाम शैलेन्द्र दुबे बताया गया है। वह उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के नौबस्ता गांव के रहने वाले थे। बीएसएफ की ओर से एक बयान में बताया गया कि यह घटना 78वीं वाहिनीं की सीमा चौकी चापघाटी इलाके की है, जब 12 अक्टूबर की रात लगभग 11.30 बजे बहादुर जवान शैलेन्द्र दुबे, ड्यूटी करने के लिए अपने दो साथियों के साथ जा रहा था।

गंगा नदी के बीच मझधार में नाव के पहुंचने पर अचानक नदी का बहाव नाव को बहाकर ले जाने लगी तभी शैलेन्द्र दुबे का संतुलन बिगड़ गया तथा वे संभल नहीं पाये और हथियार समेत गंगा नदी के तेज बहाव में गिर गए। उनके साथियों ने उन्हें बचाने का भरसक प्रयास किया लेकिन बहाव की तेज वजह से वे नदी के गर्भ में समा गए। लगभग 23 घंटे चले सर्च अभियान के बाद आखिरकार जवान के शव को नूरपुर सीमा चौकी के पास से खोज निकाला गया।

बीएसएफ ने उनके स्वजनों को भी घटना की सूचना दे दी है। शहीद जवान उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के नौबस्ता गांव के रहने वाले थे। जवान अपने पीछे पत्नी और दो मासूम बच्चों को छोड़ गए हैं। इधर, इस घटना पर बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर मुख्यालय, कोलकाता के आइजी समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी गहरा दुख प्रकट किया है और जवान के स्वजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। 

chat bot
आपका साथी