अवैध रूप से भारत में प्रवेश करते चीनी नागरिक ने पूछताछ में किए कई चौंकाने वाले खुलासे, पहले भी चार बार आ चुका है भारत
बंगाल के सीमावर्ती मालदा जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास से सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने गुरुवार को बांग्लादेश से अवैध तरीके से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर भारत में प्रवेश करते एक संदिग्ध चीनी नागरिक को गिरफ्तार किया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल के सीमावर्ती मालदा जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास से सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने गुरुवार को बांग्लादेश से अवैध तरीके से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर भारत में प्रवेश करते एक संदिग्ध चीनी नागरिक को गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने बताया कि उसे सुबह करीब सात बजे उस समय पकड़ा गया, जब वह मालदा में बीएसएफ की सीमा चौकी मालिक सुल्तानपुर के इलाके से सीमा पार कर भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश रहा था। बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर मुख्यालय, कोलकाता की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि जैसे ही उसने अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करके छिप- छिप कर आगे बढ़ना शुरू किया, ड्यूटी पर तैनात 159वीं बटालियन के जवानों ने उसे रुकने की चुनौती दी। इसके बाद उसने भागने का प्रयास किया लेकिन जवानों ने पीछा करके उसे दबोच लिया। पूछताछ में चीनी घुसपैठिए ने अपना नाम हान जुनवेई (36) बताया जो कि चीन के हुबई शहर का रहने वाला है।
तलाशी में कई संवेदनशील सामान मिले
तलाशी में उसके पास से चीनी पासपोर्ट व बांग्लादेशी वीजा समेत कई संवेदनशील सामान जैसे एक एप्पल लैपटॉप, दो आईफोन मोबाइल, एक बांग्लादेशी सिम, एक भारतीय सिम, दो चाइनीस सिम, दो पेन ड्राइव, तीन बैटरी, दो स्मॉल टर्च, पांच मनी ट्रांजैक्शन मशीन, दो एटीएम/मास्टर कार्ड, अमेरिकी डॉलर, बांग्लादेशी टका और भारतीय मुद्रा बरामद हुई है। उससे पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।उसपर चीन की गुप्तचर एजेंसी के लिए काम करने का शक है।पूछताछ के दौरान उसने बताया कि इससे पहले भी वह चार बार भारत आ चुका है।
वांछित अपराधी भी है चीनी नागरिक
बीएसएफ के अनुसार, हान जुनवेई एक वांछित अपराधी भी है तथा उससे गहन पूछताछ हो रही है। इस कार्य में सभी गुप्तचर एजेंसियां भी उससे पूछताछ कर रही है। उसके पास से जो इलेक्ट्रॉनिक उपकरण पाए गए हैं उससे कई तथ्य हासिल हो सकते हैं। सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि वह चीन के लिए गुप्तचर का काम कर रहा है और इसी इरादे से भारत आना-जाना करता था। इसका पकड़ा जाना बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है और सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए गहराई से छानबीन की जा रही है।
चीनी नागरिक का गुरुग्राम में होटल भी है
पूछताछ में उसने बताया कि इससे पहले वो चार बार भारत आ चुका है। वह 2010 में हैदराबाद तथा 2019 के बाद तीन बार दिल्ली के गुरुग्राम में आ चुका है। उसके अनुसार, उसका गुरुग्राम में एक होटल भी है जिसका नाम "स्टार स्प्रिंग" है। इस होटल में उसके कुछ साथी चीनी हैं तथा बाकी भारतीय लोगों को नौकरी पर रखा गया है। गहन पूछताछ करने पर उसने बताया कि जब वह अपने शहर हुबई (चीन) में चला गया था तो उसका एक बिजनेस पार्टनर सन जियांग उसे 10–15 की संख्या में भारतीय मोबाइल फोन के सिम कुछ कुछ दिनों के बाद भेजता रहता था। जिसे वह व उसकी पत्नी प्राप्त करते थे।
एटीएस लखनऊ में चीनी नागरिक के खिलाफ दर्ज है केस
उसने बताया कि कुछ दिन पहले उसके बिजनेस पार्टनर को एटीएस लखनऊ ने पकड़ लिया। उसने मेरे तथा मेरी पत्नी के बारे में बता दिया जिसके कारण एटीएस लखनऊ ने हमारे विरुद्ध केस दर्ज कर लिया।
केस दर्ज होने के चलते भारतीय वीजा नहीं मिला तो ले लिया बांग्लादेश व नेपाल का वीजा
उसके खिलाफ केस दर्ज होने के कारण उसे चीन में भारतीय वीजा नहीं मिला तथा इसने भारत आने के लिए बांग्लादेश तथा नेपाल की वीजा हासिल किया ताकि वह भारत आ सके।पूछताछ तथा बरामद पासपोर्ट से यह जानकारी मिली कि वह बिजनेस वीजा पर दो जून, 2021 को ढाका, बांग्लादेश पहुंचा। वहां पर अपने एक चीनी दोस्त के पास रहा। फिर आठ जून को वह सोना मस्जिद, जिला चपाई नवाबगंज (बांग्लादेश) में आया तथा होटल में रहा। फिर गुरुवार को जब वह भारतीय सीमा के अंदर प्रवेश कर रहा था तो पकड़ा गया।