बंगाल में भाजपा निकालेगी 'आशीर्वाद यात्रा', दिल्ली में बंगाल के पार्टी सांसदों के साथ केंद्रीय नेतृत्व की बैठक में लिया फैसला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के व्यस्त होने के कारण बंगाल के भाजपा सांसदों के साथ अलग से कोई बैठक नहीं हो पाई तो केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को संसद भवन में मोदी के प्रतिनिधि के रूप में उनसे मुलाकात की थी।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 08:57 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 08:57 PM (IST)
बंगाल में भाजपा निकालेगी 'आशीर्वाद यात्रा', दिल्ली में बंगाल के पार्टी सांसदों के साथ केंद्रीय नेतृत्व की बैठक में लिया फैसला
चार मंत्रियों के साथ 'आशीर्वाद यात्रा' में संबंधित क्षेत्र के सांसद व विधायक भी होंगे शामिल

राज्य ब्यूरो, कोलकाता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के व्यस्त होने के कारण बंगाल के भाजपा सांसदों के साथ अलग से कोई बैठक नहीं हो पाई तो केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को संसद भवन में मोदी के प्रतिनिधि के रूप में उनसे मुलाकात की थी। इसके बाद भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने बंगाल के पार्टी सांसदों के साथ बैठक की, जिसमें दिलीप घोष, पार्टी प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय, सह प्रभारी अमित मालविय भी मौजूद थे।

इस बैठक में तय हुआ कि चुनाव बाद हुई हिंसा के खिलाफ बंगाल में भाजपा पूरी ताकत के साथ एक बार फिर उतरेगी। सूत्रों के मुताबिक, चुनाव के बाद हुई हिंसा में मारे गए हर पार्टी कार्यकर्ताओं के घर चार केंद्रीय मंत्री सुभाष सरकार, जॉन बारला, शांतनु ठाकुर और निशीथ प्रमाणिक जाएंगे। उनके साथ संबंधित क्षेत्र के सांसद और विधायक भी होंगे। मारे गए कार्यकर्ताओं के घर जाने के इस नए कार्यक्रम का नाम भाजपा ने 'आशीर्वाद यात्रा' दिया है। वहीं बंगाल के भाजपा सांसदों ने शीर्ष नेतृत्व से नकली कोरोना टीके, वैक्सीन भ्रष्टाचार और चुनाव के बाद हुई हिंसा की शिकायत की है।

एक ओर जब विपक्ष 2024 की तैयारी कर रहा है तो भाजपा भी चुप नहीं बैठी है। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में मंगलवार को ही संसदीय समिति की बैठक दिल्ली में हुई थी। वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा सांसदों को खास संदेश दिया। मंगलवार को बंगाल के सांसदों को दिल्ली में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यालय में तलब किया गया था। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष से लेकर दिल्ली में मौजूद बंगाल के तमाम पार्टी सांसदों को शामिल होनेे को कहा गया था।

सूत्रों के मुताबिक जिस तरह से एक के बाद एक बंगाल के सांसद बार-बार सार्वजनिक रूप से पार्टी नेताओं के ही खिलाफ बयान देते रहे हैं, वह संघ द्वारा निर्धारित अनुशासन के खिलाफ है। इस तरह के विवाद के चलते राज्य में भाजपा की छवि धुमिल हो रही है। इसलिए उन सभी को पार्टी सांसद के तौर पर पालन किए जाने वाले नियमों की याद दिलाई जा रही है।

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