Bengal Assembly Elections 2021: सत्ता में आने पर शिक्षकों की भर्ती में गड़बड़ी की भाजपा कराएगी जांच
बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड ने 15284 शिक्षकों की नियुक्ति के लिए मेधा सूची जारी की थी। बोर्ड ने पूर्व में 16500 पदों के लिए भर्ती की घोषणा की थी। भट्टाचार्य ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस सरकार ने शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया में अनियमितता को संस्थागत रूप दिया।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। अगर बंगाल में आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा सत्ता में आती है तो राज्य में शिक्षकों की नियुक्ति में कथित अनियमितता व गड़बड़ी की छानबीन के लिए एक जांच आयोग गठित करेगा। भाजपा नेता शमिक भट्टाचार्य ने यह बात कही और उन्होंने आरोप लगाया कि 2014 के बाद से शिक्षकों की भर्ती में अंशमात्र भी पारदर्शिता नहीं बरती गई और इस सप्ताह जारी मेधा सूची भी अपवाद नहीं है।
बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड ने 15,284 शिक्षकों की नियुक्ति के लिए सोमवार को मेधा सूची जारी की थी। बोर्ड ने पूर्व में 16,500 पदों के लिए भर्ती की घोषणा की थी। भट्टाचार्य ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस सरकार ने शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया में अनियमितता को संस्थागत रूप दिया। अनुबंध आधार पर भर्ती में भी अनियमितता हुई है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को केवल क्रमांक संख्या नहीं बल्कि संपूर्ण मेधा सूची का प्रकाशन करना चाहिए। भाजपा नेता ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में पारा शिक्षकों के वेतन में भी काफी विसंगति है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर हम 19 फरवरी को शहर के कॉलेज स्ट्रीट से एसप्लानेड इलाके तक विरोध मार्च निकालेंगे। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य बजट में पारा-शिक्षकों के लिए वेतन में तीन प्रतिशत वार्षिक बढ़ोतरी की घोषणा की थी, लेकिन शिक्षकों ने इसे अपर्याप्त बताया।