Bengal Assembly By Election: भाजपा ने शुरू की बंगाल विस उपचुनाव की तैयारियां, उतार सकती है कई नए चेहरे
Bengal Assembly By Election भाजपा ने बंगाल में विधानसभा उपचुनाव की तैयारियां शुरू कर दी है जबकि तृणमूल जल्द से जल्द उपचुनाव कराने की कोशिश में है। दिलीप घोष का कहना है कि - कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। स्कूल-कालेज बंद हैं। ऐसे समय उपचुनाव कैसे हो सकता हैं?
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल में फिलहाल विधानसभा (विस) उपचुनाव नहीं चाहने पर भी भाजपा ने इसकी तैयारियां शुरू कर दी है। कारण, दुर्गापूजा से पहले उपचुनाव का घंटा बज सकता है। तृणमूल कांग्रेस जल्द से जल्द उपचुनाव कराने की कोशिश में है जबकि भाजपा कोरोना का हवाला देते हुए फिलहाल इसे टालने की बात कहती आ रही है लेकिन समानांतर इसकी तैयारियां भी करके रखना चाहती है ताकि अचानक उपचुनाव की घोषणा हो ने पर वह इस मामले में पिछड़ न जाए।
बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा- 'कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। स्कूल-कालेज बंद हैं। ऐसे समय उपचुनाव कैसे हो सकता हैं?' हालांकि इसके साथ ही घोष ने यह भी कहा- 'चुनाव आयोग अगर कोरोना की वर्तमान परिस्थिति पर विचार करके उपचुनाव कराना चाहे तो हम इसके लिए तैयार हैं।' सूत्रों से पता चला है कि भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने बंगाल इकाई को उपचुनाव की तैयारियों में जुट जाने का निर्देश दिया है। यह भी जानकारी मिली है कि एक-दो सीटों को छोड़कर बाकी पर भाजपा नए चेहरे उतार सकती है। पिछले बंगाल विस चुनाव में मिली शिकस्त से सबक लेते हुए भाजपा उम्मीदवारों के चयन में काफी सावधानी बरतेगी।
गौरतलब है कि शमशेरगंज, जंगीपुर, भवानीपुर, खड़दह, शांतिपुर, दिनहाटा और गोसाबा में उपचुनाव होने है।
बंगाल के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) के कार्यालय ने केंद्रीय चुनाव आयोग को पिछले दिनों सूचित किया था कि वह सूबे में विस उपचुनाव कराने के लिए पूरी तरह तैयार है। बुधवार को केंद्रीय चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बंगाल समेत सात राज्यों के उप मुख्य चुनाव अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जरूरी बैठक की थी।
बैठक में बंगाल के मुख्य सचिव हरिकृष्ण द्विवेदी भी जुड़े थे। उसमें राज्य के सीईओ कार्यालय की ओर से कहा गया था कि बंगाल में इस समय विस उपचुनाव कराने में कोई समस्या नहीं है। अभी चुनाव की घोषणा होने पर 24 दिनों के अंदर मतदान कराया जा सकता है। सीईओ कार्यालय की तरफ से आगे कहा गया था कि विलंब होने से असुविधा हो सकती है क्योंकि आगे दुर्गापूजा की छुट्टियां हैं।