भाजपा सांसद के अलग राज्य की मांग पर गरमाई राजनीति, माकपा ने कहा, मुख्यमंत्री ममता की कथनी और करनी में अंतर

भारतीय जनता पार्टी नेता व अलीपुरद्वार के सांसद जॉन बारला अलग राज्य के बयान के बाद बंगाल की राजनीति गरमा गई है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से बुधवार को पार्टी कार्यालय अनिल विश्वास भवन में स्कूल लेकर एक पत्रकार वार्ता की गई।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 04:52 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 04:52 PM (IST)
भाजपा सांसद के अलग राज्य की मांग पर गरमाई राजनीति, माकपा ने कहा, मुख्यमंत्री ममता की कथनी और करनी में अंतर
सिलीगुड़ी अनिल बिश्वास भवन में अलग राज्य की मांग के विरोध में पत्रकार वार्ता करते माकपा नेता

अशोक झा, सिलीगुड़ी: भारतीय जनता पार्टी नेता व अलीपुरद्वार के सांसद जॉन बारला अलग राज्य के बयान के बाद बंगाल की राजनीति गरमा गई है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से बुधवार को पार्टी कार्यालय अनिल विश्वास भवन में स्कूल लेकर एक पत्रकार वार्ता की गई। पत्रकार वार्ता में पार्टी के जिला सचिव जीवेश सरकार तथा पूर्व मंत्री अशोक नारायण भट्टाचार्य ने तृणमूल कांग्रेस और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर हमला बोला। कहा बंगाल विभाजन का विरोध करने वाली ममता बनर्जी की कथनी और करनी में काफी अंतर है। वह कहती कुछ है और करती कुछ और। उदाहरण के साथ कहा कि उत्तर बंगाल अलग राज्य आंदोलन गोरखालैंड, कामतापुर तथा ग्रेटर कुचबिहार की मांग करने वाले नेताओं के साथ कांग्रेस हाथ में हाथ मिला कर सुनाम में मैदान में उतरती है। अगर भंग भंग का कोई खुलकर सही तरीके से विरोध किया तो वह है कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया। जहां तक भारतीय जनता पार्टी का सवाल है वह सत्ता सुख के लिए काफी दिनों से बंगाल के विभाजन को हवा दे रही है। इसी के बल पर 2009 से वह दाजिलिंग संसदीय क्षेत्र का चुनाव जीत दे रही है। 

दार्जिलिंग हिल्स काउंसिल एग्रीमेंट

मार्क्सवादीर्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं का कहना है कि जब गोरखालैंड अलग राज्य के मुद्दे पर सुभाष घीसिंग ने 1980 से 88 के बीच हिंसक आंदोलन किया था। सैकड़ों लोग मारे गए थे और हजारों पलायन कर गए थे। उसके बाद त्रिपक्षीय वार्ता में कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से दार्जिलिंग गोरखा हिल काउंसिल का एग्रीमेंट कराया गया था जिसमें स्पष्ट उल्लेख सुभाष घीसिंग से कराया गया था क्यों वह दोबारा गोरखालैंड अलग राज्य की मांग नहीं उठाएंगे। ठीक इसके विपरीत मुख्यमंत्री ममता बनर्जी  ने सत्ता सुख के लिए गोरखा जनमुक्ति मोर्चा नेता विमल गुरु के साथ त्रिपक्षीय वार्ता किया जिसमें गोरखालैंड आंदोलन को जीवित करते हुए गोरखालैंड ट्यूटोरियल एडमिशन नाम रखते हुए एग्रीमेंट किया। इतना ही नहीं अतुल राय यह हमारे बीच नहीं है उन्होंने भी कामतापुर अलग राज्य आंदोलन के लिए लगातार आंदोलन किया लेकिन पिछले चुनाव तक वह तृणमूल कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ा। ग्रेटर कूचबिहार जो इन दिनों दो भागों में विभक्त हुआ है एक गुट के नेता वंशी बदन ममता बनर्जी के साथ है तो दूसरा आनंद महाराज इन दिनों भाजपा के साथ हैं।

अलग राज्य से विकास नहीं, उग्रवाद को देगा बढ़ावा

कम्युनिस्ट नेताओं के साथ भाकपा माले सेंट्रल कमिटी सदस्य अभिजीत मजूमदार का कहना है कि अलग राज्य  को लेकर भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्लान के तहत काम कर रही है। कई वर्षों से उत्तर बंगाल को किट्टू को में बैठने के लिए इनका प्लान है। अलग राज्य बनाने से कोई विकास नहीं बल्कि पूर्वोत्तर की तरह जहां उग्रवाद को बढ़ावा मिलेगा। अलग राज्य की मांग करने वाले कई गुट आपस में लड़ेंगे। जहां तक राजनीति की हिंसा की बात है बंगाल में यह कोई नया नहीं है।

अलग राज्य निर्माण का विरोध करेगा कांग्रेस

कांग्रेस के दार्जिलिंग  जिला अध्यक्ष व पूर्व विधायक शंकर मालाकार का कहना है कि पिछले 7 वर्षों से केंद्र भाजपा के पास झूठ बोलने के अलावा कोई अन्य वीजन नहीं है। पिछले 15 वर्षों से अलगाववाद के नाम पर उत्तर बंगाल में भारतीय जनता पार्टी संसद में पहुंचते रही है। सात लोक सभा सांसद पिछले कई वर्षों में कोई काम नहीं कर पाए तो एक बार फिर से अलग राज्य का सुर अलापने लगे हैं। भारतीय कांग्रेस पार्टी इसका विरोध करते हुए जरूरत पड़ी तो शहर पर उतरेगी।

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