बंगाल में रक्तदान शिविर की अनुमति न मिलने पर दिलीप घोष ने दिया धरना, टीएमसी व भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप

जनसंघ के संस्थापक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर रक्तदान शिविर को इस बार कोलकाता में प्रशासन ने अनुमति नहीं दी है। इसे लेकर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष के नेतृत्व में भाजपा के शीर्ष नेताओं ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के गृह क्षेत्र हाजरा मोड़ पर धरना दिया।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 05:11 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 06:00 PM (IST)
बंगाल में रक्तदान शिविर की अनुमति न मिलने पर दिलीप घोष ने दिया धरना, टीएमसी व भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप
रक्तदान शिविर की अनुमति न मिलने पर प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने दिया धरना

राज्य ब्यूरो, कोलकाताः जनसंघ के संस्थापक डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर हर साल आयोजित होने वाले रक्तदान शिविर को इस बार कोलकाता में प्रशासन ने अनुमति नहीं दी है। इसे लेकर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष के नेतृत्व में भाजपा के शीर्ष नेताओं ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के गृह क्षेत्र हाजरा मोड़ पर धरना दिया। घोष ने कहा कि पिछले 42 सालों से डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर रक्तदान शिविर का आयोजन होता रहा है। लोगों के जीवन को बचाने के लिए हमेशा रक्तदान होता है लेकिन यहां भी ममता बनर्जी का प्रशासन छोटी व संकीर्ण राजनीति में संलिप्त है। हमें रक्तदान शिविर तक आयोजित करने की अनुमति नहीं दी गई। उल्लेखनीय है कि हर साल बलिदान दिवस के मौके पर पार्टी की ओर से रक्तदान शिविर का आयोजन होता है जिसमें न केवल पार्टी के कार्यकर्ता बल्कि साधारण लोग भी शामिल होते हैं। इस बार कोलकाता प्रशासन ने रक्तदान की अनुमति नहीं दी है जिसके बाद दिलीप घोष धरने पर बैठ गए।

टीएमसी व भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप

बंगाल की महान हस्ती डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी को अपेक्षित सम्मान दिए जाने को लेकर उनकी पुण्यतिथि पर बुधवार को सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और भाजपा ने एक-दूसरे पर प्रहार किया।भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष और बंगाल के परिवहन मंत्री फिरहाद हकीम सहित कई गणमान्य लोगों ने कोलकाता में जनसंघ के संस्थापक की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। इस मौके पर घोष ने कहा, ‘‘हम मांग करते हैं कि श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मृत्यु से जुड़े रहस्यों को उजागर किया जाए।’’

उन्होंने कहा कि बंगाल के क्षेत्रीय दलों ने राज्य के महान सपूतों को कभी भी महत्व नहीं दिया और भाजपा ने उनके सम्मान के लिए काम करना शुरू किया है। दूसरी ओर, तृणमूल नेता व मंत्री हकीम ने दक्षिण कोलकाता में मुखर्जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए कहा कि भगवा दल की नीति हमेशा से ‘‘इस्तेमाल करने और फेंक देने’’ की रही है। उन्होंने कहा, ‘‘कुछ दिनों बाद उनकी (भाजपा की) मुखर्जी सहित बंगाल के सपूतों में कोई रूचि नहीं होगी।’’ उन्होंने कहा कि भाजपा को बंगाल में विधानसभा चुनावों के दौरान कई अवसरों पर मुखर्जी के नाम का ‘‘इस्तेमाल’’ करने का कोई फायदा नहीं हुआ।

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