बीएसएफ को बड़ी सफलता, चार मवेशी तस्करों को किया गिरफ्तार, 45 मवेशियों को भी तस्करी से बचाया

जवानों ने खुफिया सूचनाओं के आधार पर चारों भारतीय तस्करों को आठ मवेशियों के साथ उस समय पकड़ा जब वे अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर बांग्लादेश में जाने की कोशिश कर रहे थे। चारों तस्कर मालदा जिले के ही रहने वाले हैं।

By Priti JhaEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 08:00 AM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 08:00 AM (IST)
बीएसएफ को बड़ी सफलता, चार मवेशी तस्करों को किया गिरफ्तार, 45 मवेशियों को भी तस्करी से बचाया
बीएसएफ को बड़ी सफलता, मवेशियों के साथ गिरफ्तार तस्कर।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर, बीएसएफ के जवानों ने 14/15 सितंबर की रात अभियान चलाकर अलग- अलग घटनाओं में भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा क्षेत्र से चार मवेशी तस्करों को गिरफ्तार करने के साथ 45 मवेशियों को तस्करी से बचाया है।

बीएसएफ की ओर से बुधवार को जारी एक बयान में बताया गया कि मालदा जिले में सीमा चौकी शोवापुर व नीमतीता, 78वीं वाहिनी के सतर्क जवानों ने खुफिया सूचनाओं के आधार पर चारों भारतीय तस्करों को आठ मवेशियों के साथ उस समय पकड़ा जब वे अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर बांग्लादेश में जाने की कोशिश कर रहे थे। गिरफ्तार तस्करों के नाम प्रभास शाह, बकुल शाह, रिंटू शेख व मनिरूल इस्लाम है। चारों तस्कर मालदा जिले के ही रहने वाले हैं। इनमें प्रभास शाह सबदलपुर गांव का जबकि बाकी तीन तस्कर शोवापुर गांव का ही रहने वाला है। पूछताछ में चारों तस्करों ने बीएसएफ को बताया कि 14 सितंबर की रात को उन्हें तीन भारतीय तस्करों सुकुर्ती, अरशद शेख व सनाउल शेख ने आठ मवेशियों को बांग्लादेश ले जाने के लिए दिया था।खराब मौसम का फायदा उठाते हुए ये चारों तस्कर आठों मवेशियों को लेकर बड़ा शिवपुर से नदी में उतरे, जिन्हें लेकर वह पानी के रास्ते बांग्लादेश की ओर जा रहे थे। किंतु सीमा सुरक्षा बल की 78वीं वाहिनी के सजग जवानों द्वारा उन्हें अंतरराष्ट्रीय सीमा रेखा पार करने से पहले ही मवेशियों के साथ धर दबोच लिया गया। पूछताछ में इन्होंने यह भी खुलासा किया की इन मवेशियों को बांग्लादेश में सीमा पार कराने के बाद कुल 70,000 रुपये मिलने वाले थे।

मदनघाट सीमा चौकी इलाके से 12 मवेशियों को पकड़ा

वहीं, एक अन्य घटना में बीएसएफ की 35वीं बटालियन की सीमा चौकी मदनघाट इलाके से 14 सिंतबर की रात लगभग 1:30 बजे भारतीय मवेशी तस्कर अंतरराष्ट्रीय सीमा से मवेशियों की एक बड़ी खेफ पार कराने की फ़िराक में थे। ड्यूटी पर तैनात जवान को जैसे ही इलाके में इस हरक़त का अंदेशा हुआ तो तुरंत कंपनी कमांडर को इसकी सूचना दी। सूचना प्राप्त होते ही मदनघाट सीमा चौकी के जवानों ने इलाक़े की घेराबंदी शुरू कर दी। साथ ही जवान अलग- अलग जगह पर टीम बनाकर तस्करों पर निगरानी शुरू की। जवानों को आता देख तस्करो में हडकंप मच गया। जवानों ने तस्करो को पकड़ने के लिए जैसे ही उनका पीछा करना शुरू किया तो तस्कर मवेशियों को छोड़कर इधर-उधर अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकले। इलाके की अच्छी तरह छानबीन करने पर 12 मवेशियों को बचा लिया गया। तस्कर लगातार मवेशियों की तस्करी की जद्दोजहद में लगे रहे। इसी दौरान कुछ मवेशी तस्करों ने बार्डर आउट पोस्ट, चारकुटीबाड़ी जो 117वीं वाहिनी के इलाके में पड़ती है वहां से तस्करी करने की योजना बनाई। परंतु चारकुटीबाड़ी आउट पोस्ट के सतर्क जवानों ने उनके इन मंसूबों पर पानी फेर दिया।जवानों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान चलाया। जवानों को अपनी तरफ आते देख तस्कर अंधेरे और घनी जंगल झाड़ियों (सरकंडा) का फायदा उठाकर भाग निकले। इलाक़े की गहन छानबीन करने पर 25 मवेशियों को बरामद किया गया। गिरफ्तार किए गए तस्करों को संबंधित पुलिस स्टेशन को अग्रिम कानूनी कार्यवाही हेतु सौंप दिया गया है।

बीएसएफ अधिकारियों ने जवानों की थपथपाई पीठ

इधर, बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने अपने जवानों की पीठ थपथपाते हुए कहा कि हमारे जवान इलाके में तस्करी को पूरी तरह से रोकने के लिए प्रतिबद्ध हैं। आज बचाए गए मवेशी व तस्करों की गिरफ्तारियां जवानों की एक बड़ी उपलब्धि है। अधिकारियों को कहा कि तस्करी को पूरी तरह रोकने के लिए हमारे जवान प्रयत्नशील हैं। 

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