बीएसएफ को बड़ी सफलता,1.72 करोड़ मूल्य के 30 सोने के बिस्कुटों के साथ दो तस्करों को पकड़ा
बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भारत- बांग्लादेश सीमा के पास सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने सोमवार को बड़ी सफलता हासिल करते हुए तस्करी को नाकाम कर 30 सोने के बिस्कुटों के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भारत- बांग्लादेश सीमा के पास सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने सोमवार को बड़ी सफलता हासिल करते हुए तस्करी को नाकाम कर 30 सोने के बिस्कुटों के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया। बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर की ओर से बयान में बताया गया कि जब्त सोने का कुल वजन 3499.78 ग्राम है, जिसका भारतीय बाजार में अनुमानित कीमत 1,72,60,420 (एक करोड़ 72 लाख) रुपये हैं।
सोने के बिस्कुटों को अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (आईसीपी) पेट्रापोल, 179वीं बटालियन के क्षेत्र से तस्करी के लिए बांग्लादेश से भारत में लाने का प्रयास किया जा रहा था। बयान के मुताबिक, सोमवार को दैनिक रूटीन ड्यूटी के दौरान जवानों ने आईसीपी पेट्रापोल में रेलवे क्रॉसिंग के नजदीक रूटीन तलाशी अभियान के दौरान दो संदिग्ध मोटरसाइकिल सवार (तस्कर) को संदेहास्पद स्थिति में पार्किंग एरिया से बाहर जयंतीपुर की तरफ जाते हुए देखा। जब सीमा बीएसएफ जवानों ने मोटरसाइकिल सवार को रोककर तलाशी ली तो उसके पास से 30 सोने के बिस्कुट मिला। इसे वह कमर के पास कपड़े में बांधकर छिपाया हुआ था।
पकड़े गए तस्करों की पहचान सुमन तरफदार (29) व आशिक हलदर (23) के रूप में हुई है। दोनों पेट्रापोल के पास के गांव का ही रहने वाला है। पूछताछ में तस्कर सुमन तरफदार ने बताया कि वह पेशे से ट्रक चालक है। आगे उसने बताया कि वह फक्टो कंपनी की ट्रक लेकर समय-समय पर बांग्लादेश जाते रहता है। वर्तमान में वह 15 जुलाई को टाटा कंपनी का निर्यात का माल लेकर बांग्लादेश गया था तथा ट्रक आईसीपी बेनापोल में छोड़कर वापस जयंतीपुर (भारत) आ गया था। लेकिन आज वह दोबारा बेनापोल (बांग्लादेश) गया था तथा बेनापोल निवासी करीम भाई से 30 सोने की बिस्कुट लेकर बुखार का बहाना बना कर सुबह 10 बजे वापस भारत लौट रहा था। आईसीपी पेट्रापोल के पार्किंग एरिया से अपने मोटरसाइकिल लेकर जब वह वापस जयंतीपुर जा रहा था उसी दौरान रेलवे क्रॉसिंग के पास बीएसएफ ने उसे चेकिंग के दौरान सोने के बिस्कुटों के साथ पकड़ लिया। गिरफ्तार तस्करों को जब्त सोने के साथ अग्रिम कानूनी कार्यवाही के लिए कस्टम कार्यालय पेट्रापोल को सौंप दिया गया है।
179वीं बटालियन के कमांडेंट ने जवानों की थपथपाई पीठ, तस्करी रोकने में कस्टम से मांगा सहयोग
इधर, इस सफलता पर 179वीं वाहिनी, बीएसएफ के कमांडेंट अरूण कुमार ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए अपने जवानों की पीठ थपथपाई। उन्होंने साथ ही आईसीपी पेट्रापोल पर आयात और निर्यात वाहन तथा यात्रियों के व्यक्तिगत समान की आड़ में होने वाली तस्करी को रोकने के लिए कस्टम अधिकारियों से बातचीत की और उनका सहयोग मांगा, जिससे कि सामानों की आड़ में किसी भी प्रकार की तस्करी न हो पाए। उन्होंने कस्टम अधिकारियों से अनुरोध करते हुए इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (आइसीपी) से गुजरने वाले ट्रकों व लोगों की सघन तलाशी पर जोर दिया, जिसका अधिकार कस्टम के पास है।