West Bengal: बंगाल के सहकारिता मंत्री अरूप रॉय की हालत स्थिर, राज्यपाल व राजीव बनर्जी ने अस्पताल जाकर जाना हाल

West Bengal बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ सोमवार को राज्य के सहकारिता मंत्री अरूप राय को देखने अस्पताल पहुंचे और उनका हालचाल जाना। सीने में दर्द की शिकायत के बाद रविवार सुबह मंत्री रॉय को दक्षिण कोलकाता के वुडलैंड्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Mon, 25 Jan 2021 05:17 PM (IST) Updated:Mon, 25 Jan 2021 05:17 PM (IST)
West Bengal: बंगाल के सहकारिता मंत्री अरूप रॉय की हालत स्थिर, राज्यपाल व राजीव बनर्जी ने अस्पताल जाकर जाना हाल
बंगाल के सहकारिता मंत्री अरूप रॉय की हालत स्थिर। फाइल फोटो

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल सरकार के साथ लगातार जारी टकराव के बीच राज्यपाल जगदीप धनखड़ सोमवार को राज्य के सहकारिता मंत्री अरूप राय को देखने अस्पताल पहुंचे और उनका हालचाल जाना। सीने में दर्द की शिकायत के बाद रविवार सुबह मंत्री रॉय को दक्षिण कोलकाता के वुडलैंड्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। राज्यपाल के अलावा रॉय को देखने उनके धुर विरोधी माने जाने व हाल में राज्य मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने वाले बागी तृणमूल नेता राजीब बनर्जी भी सोमवार को अस्पताल जाकर उनका हालचाल जाना। बनर्जी शाम करीब चार बजे रॉय को देखने अस्पताल पहुंचे। इससे पहले राज्यपाल ने अस्पताल में रॉय से मुलाकात की और करीब 15 मिनट तक उनके साथ बातचीत की।

अस्पताल से बाहर निकलने के बाद राज्यपाल धनखड़ ने कहा कि अस्पताल में मंत्री अरूप रॉय को बेहतर उपचार मिल रहा है। उनकी हालत अभी स्थिर है। मैं ईश्वर से उनके शीघ्र पूरी तरह स्वस्थ होने की कामना करता हूं। इधर, अस्पताल सूत्रों के अनुसार, मंत्री रॉय की हालत अभी स्थिर है। उन्हें एक स्टेंट भी लगाया गया है। उन्हें फिलहाल चिकित्सकों की निगरानी में रखा गया है। हावड़ा जिले के तृणमूल अध्यक्ष अरूप रॉय का कई शारीरिक परीक्षण भी कराया गया है। दरअसल, मंत्री को रविवार सुबह सीने में दर्द होने लगा। जिसके बाद उनके निजी डॉक्टर ने उन्हेंं अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी। उसके बाद अरुप रॉय को करीब 10 बजे दक्षिण कोलकाता के वुडलैंड्स अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्हेंं पहले अस्पताल के आपातकालीन विभाग में रखा गया था। बाद में उन्हेंं एक विशेष केबिन में स्थानांतरित कर दिया गया। अरूप रॉय हावड़ा की राजनीति में जमीनी स्तर के सबसे भरोसेमंद चेहरों में से एक हैं। हालांकि पार्टी में बगावत व हावड़ा से आने वाले दो मंत्रियों लक्ष्मीरतन शुक्ला व राजीब बनर्जी के हाल में इस्तीफे के बाद हावड़ा में अरूप रॉय पर दवाब बढ़ गया है। इस बीच, उनकी अचानक बीमारी ने पार्टी की चिंता बढ़ा दी है। 

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