अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने पांच लाख रुपये का दिया दान

राज्यपाल व उनकी पत्नी सुदेश धनखड़ ने राजभवन में विश्व हिंदू परिषद और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों को 500001 रुपये (पांच लाख एक रुपये) का ड्राफ्ट सौंपा। दरअसल वीएचपी के अखिल भारतीय अध्यक्ष आलोक कुमार सुबह ही दिल्ली से कोलकाता पहुंच गए थे।

By Pooja SinghEdited By: Publish:Thu, 21 Jan 2021 08:17 PM (IST) Updated:Thu, 21 Jan 2021 08:17 PM (IST)
अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने पांच लाख रुपये का दिया दान
राम मंदिर निर्माण के लिए बंगाल के राज्यपाल ने पांच लाख रुपये का दिया दान

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ और उनकी पत्नी ने गुरुवार को पांच लाख रुपये का चंदा (दान) दिया। राज्यपाल व उनकी पत्नी सुदेश धनखड़ ने राजभवन में विश्व हिंदू परिषद और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों को 5,00,001 रुपये (पांच लाख एक रुपये) का ड्राफ्ट सौंपा। राजभवन की तरफ से जारी बयान में बताया गया कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के नाम से दस्तखत किया हुआ ड्राफ्ट विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) और ट्रस्ट की एक टीम को दिया गया है।

साथ ही उन्होंने बताया कि यह चंदा उन्होंने अपनी क्षमता से दिया है। उन्होंने राम मंदिर निर्माण को काफी जरूरत बताया है। राज्यपाल की तरफ से कहा गया है कि दान की राशि से ज्यादा जरूरी इसकी मंशा है।उन्होंने इस दान को पुरानी सभ्यता को श्रद्धांजलि बताया है। दरअसल वीएचपी के अखिल भारतीय अध्यक्ष आलोक कुमार सुबह ही दिल्ली से कोलकाता पहुंच गए थे। इस दौरान उनके साथ सात लोगों की टीम थी, जिसे राजभवन में राज्यपाल ने ड्राफ्ट सौंपा।

बता दें कि कुछ दिनों पहले श्रीराम जन्म भूमि मंदिर निर्माण क्षेत्र न्यास के महामंत्री चंपत राय ने कहा था कि वह बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी सहयोग मांगेंगे। गौरतलब है कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए इस समय पूरे देश भर से चंदा एकत्रित किया जा रहा है। समाज के हर वर्ग के लोगों से लेकर बड़ी हस्तियां बढ़-चढ़कर मंदिर निर्माण के लिए आर्थिक सहयोग दे रहे हैं।पिछले साल सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के बाद अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ हुआ था।

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