Cyclone Rose: चक्रवात 'गुलाब’ से मुकाबले के लिए तैयार बंगाल सरकार
Cyclone Rose आपदा को देखते हुए पश्चिम बंगाल सरकार ने विशेष सतर्कता का निर्देश दिया है। यह चक्रवात बुधवार को बंगाल तट पर पहुंचेगा। इसके मद्देनजर कोलकाता में भारी बारिश का अनुमान है। मंगलवार को 6 जिलों में और बुधवार को 12 जिलों में भारी बारिश की संभावना है।
राज ब्यूरो, कोलकाता कोलकाता। चक्रवात ‘गुलाब’ के मद्देनजर पश्चिम बंगाल सरकार ने विशेष सतर्कता का निर्देश दिया है। मालूम हाे कि शनिवार को बंगाल की खाड़ी पर बने निम्न दबाव के चक्रवात में बदलने की खबर आयी। मौसम विभाग की ओर से बताया गया कि म्यांमार तट पर निम्न दबाव बना है जिस कारण पश्चिम बंगाल के दक्षिणी जिलों में भारी बारिश होगी।
इस सप्ताह हुई भारी बारिश से कोलकाता के कई इलाके अभी उबरे भी नहीं थे और विभिन्न स्थानों पर अब तक जलजमाव है, इस बीच मौसम विभाग द्वारा बताया गया कि कल यानी सोमवार से बुधवार तक नये मौसमी प्रणाली के कारण दक्षिण बंगाल में भारी बारिश हो सकती है।
तैयार है बंगाल सरकार
आपदा को देखते हुए पश्चिम बंगाल सरकार ने विशेष सतर्कता का निर्देश दिया है। यह चक्रवात बुधवार को बंगाल तट पर पहुंचेगा। इसके मद्देनजर कोलकाता में सोमवार से बुधवार तक भारी बारिश का अनुमान है। मंगलवार को 6 जिलों में और बुधवार को 12 जिलों में भारी बारिश की संभावना है। इस दौरान कोलकाता में तेज हवाएं चलेंगी। हवा की गति 50 किलोमीटर प्रति घंटा होने की संभावना है। मुख्य सचिव एचके द्विवेदी ने आपदा से बचने के निर्देश दिए हैं और रेड अलर्ट जारी किया गया है। समुद्र तटीय इलाकों में विशेष सतर्कता का निर्देश दिया गया है। मछुआरों को समुद्र में जाने से मनाही की गयी है।
दीघा सहित तटवर्ती इलाकों में की जा रही है माइकिंग
दक्षिण बंगाल में आपदा का खतरा है। दक्षिण बंगाल में सोमवार से बुधवार तक भारी बारिश होने की संभावना है। बारिश और तूफान सार्वजनिक जीवन को अस्त-व्यस्त करने की संभावना है। निचले इलाकों में पानी भरने और शहरी इलाकों में जमा होने की संभावना है। पूर्व मेदिनीपुर सहित अन्य तटवर्ती इलाकों में मछुआरों को समुद्र में जाने की मनाही है। दीघा व दीघा मुहाना थाने से माइकिंग चल रही है। बीच शहर में पर्यटकों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
एनडीआरएफ को तैयार रहने का दिया गया है निर्देश
जिले भर में एनडीआरएफ की टीमें पहले ही गठित की जा चुकी हैं और विशेष रूप से प्रशिक्षित आपदा प्रतिक्रिया दल काम कर रहा है। जिले के निर्देशन में हर प्रखंड में आपदा प्रबंधन की टीम रहेगी। निगरानी के लिए सीसीटीवी और रेन कंट्रोल मशीन लगाए गए हैं जिन्हें नए कंट्रोल रूम में जोड़ा गया है। जिले के 25 प्रखंडों में नियंत्रण कक्ष और सभी ग्राम पंचायतों में निगरानी कार्यालय हैं जो पूरे मामले की निगरानी करेंगे।