Bengal Education: उच्च माध्यमिक परीक्षा में फेल हुए विद्यार्थियों का राज्यभर में विरोध-प्रदर्शन जारी
उच्च माध्यमिक परीक्षा (बंगाल बोर्ड की 12वीं) में फेल हुए विद्यार्थियों का विरोध-प्रदर्शन सोमवार को भी राज्यभर में जारी रहा। विद्यार्थियों का कहना है कि वे मूल्यांकन प्रक्रिया से चकित हैं। कैसे कुछ परीक्षार्थियों को उत्तीर्ण घोषित कर दिया गया!
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : उच्च माध्यमिक परीक्षा (बंगाल बोर्ड की 12वीं) में फेल हुए विद्यार्थियों का विरोध-प्रदर्शन सोमवार को भी राज्यभर में जारी रहा। विद्यार्थियों का कहना है कि वे मूल्यांकन प्रक्रिया से चकित हैं। उन्होंने पश्चिम बंगाल उच्च माध्यमिक शिक्षा परिषद से सवाल किया कि कैसे कुछ परीक्षार्थियों को उत्तीर्ण घोषित कर दिया गया जबकि कुछ अन्य को अनुत्तीर्ण घोषित कर दिया गया।
गौरतलब है कि इस वर्ष 8,19,202 परीक्षार्थियों में से 97.69 फीसदी उत्तीर्ण हुए हैं। शिक्षा परिषद के कार्यालय के सामने स्कूलों के प्रमुखों को लंबी लाइन लगी हुई है। शिक्षा परिषद ने एक सप्ताह के भीतर दस्तावेजों के साथ उसके कार्यालय आने को कहा है ,जहां के छात्रों ने उन्हें बेवजह अनुत्तीर्ण किए जाने की शिकायतें की हैं।
प्रदर्शनकारी विद्यार्थियों ने कहा कि इस साल कोविड-19 की स्थिति के कारण कोई परीक्षा नहीं होने की वजह से उन्हें मूल्यांकन प्रक्रिया का खामियाजा भुगताना पड़ा है। उन्होंने हैरानी जताई कि कैसे कुछ छात्रों को उत्तीर्ण घोषित कर दिया गया जबकि कुछ अन्य को असफल घोषित कर दिया गया।
शिक्षा परिषद द्वारा शनिवार शाम जारी अधिसूचना में ऐसे सभी स्कूल प्रमुखों को रविवार से अगले सात दिनों के भीतर दोपहर एक बजे से शाम पांच बजे तक प्रधान कार्यालय आने और अधिकारियों से मिलने के लिए कहा गया है। शिक्षा परिषद के अध्यक्ष ने ऐसे स्कूल के अधिकारियों को परिषद के अधिकारियों से जल्द से जल्द मिलने के लिए कहा है, जहां छात्रों ने परिणामों पर असंतोष प्रकट किया और इसे लेकर प्रदर्शन किया है। दूसरी तरफ डीएसओ के कार्यकर्ताओं ने स्कूल में भर्ती के बाबत फीस माफ करने की मांग पर प्रदर्शन किया।