टीएमसी के साथ 'दोस्ती' अधिक, 'कुश्ती' कम करने की कोशिश करेगी कांग्रेस: दीप्तिमान घोष

बंगाल कांग्रेस उपाध्यक्ष दीप्तिमान घोष ने कहा हम दोस्ती अधिक और कुश्ती कम करने की कोशिश करेंगे। 1 जुलाई को शहीद दिवस पर तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के संदेश के बाद राज्य में एक तरफ जहां तृणमूल व कांग्रेस में गठबंधन की संभावना प्रबल हुई है।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 11:33 AM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 11:33 AM (IST)
टीएमसी के साथ 'दोस्ती' अधिक, 'कुश्ती' कम करने की कोशिश करेगी कांग्रेस: दीप्तिमान घोष
बंगाल कांग्रेस उपाध्यक्ष दीप्तिमान घोष ने संकेत दिया है कि ममता बनर्जी कांग्रेस के साथ गठबंधन के लिए तैयार है।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल कांग्रेस उपाध्यक्ष दीप्तिमान घोष ने संकेत दिया है कि पार्टी ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस के साथ राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर गठबंधन के लिए तैयार है। कांग्रेस नेता का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब बनर्जी स्पष्ट रूप से राष्ट्रीय राजनीति में एक बड़ी भूमिका निभाना चाहती हैं और अगले सप्ताह दिल्ली का दौरा करने वाली हैं।

बंगाल में दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन की संभावना पर घोष ने कहा, "हम दोस्ती अधिक और कुश्ती कम करने की कोशिश करेंगे।" कुछ अन्य विपक्षी दलों के साथ मिलकर राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा का मुकाबला करने के लिए दोनों दलों के नेतृत्व एक-दूसरे से संपर्क कर रहे हैं। हालांकि, घोष ने यह भी कहा कि अगर कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस सरकार की कोई चूक पाती है तो वह उसकी आलोचना करती रहेगी। बताते चलें कि 21 जुलाई को शहीद दिवस पर तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के संदेश के बाद राज्य में एक तरफ जहां तृणमूल व कांग्रेस में गठबंधन की संभावना प्रबल हुई है, वहीं दूसरी तरफ सूबे में मौजूदा वाममोर्चा तथा कांग्रेस गठबंधन में दरार की आशंका व्यक्त की गई है।

वर्चुअल रैली में ममता बनर्जी ने आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के मकसद से कांग्रेस के साथ वृहद गठबंधन का आह्वान किया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी का कहना है कि हाईकमान के निर्देश पर ही गठबंधन का फैसला होगा। हालांकि वरिष्ठ कांग्रेस नेता तथा सांसद प्रदीप भट्टाचार्य का कहना है कि राष्ट्रीय स्तर पर वृहद गठबंधन में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन बंगाल में तृणमूल के साथ गठबंधन में कांग्रेस को क्या फायदा होगा इस पर विस्तृत चर्चा की जरूरत है। इस स्थिति में वामपंथियों के साथ गठबंधन क्या होगा? दूसरी ओर वाममोर्चा के चेयरमैन बिमान बोस का कहना है कि अगर कांग्रेस हम लोगों के साथ तालमेल नहीं रखना चाहती है तो हम क्या कर सकते हैं

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