विधानसभा चुनाव में सूपड़ा साफ होने के बाद बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने मंथन को बुलाई बैठक

बंगाल विधानसभा चुनाव में सूपड़ा साफ होने के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने शनिवार को पहली बैठक बुलाई है। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय विधान भवन में होने वाली इस बैठक में पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी विभिन्न कमेटियों व शाखाओं के प्रमुख और जिलाध्यक्ष शामिल होंगे।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 04:34 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 04:34 PM (IST)
विधानसभा चुनाव में सूपड़ा साफ होने के बाद बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने मंथन को बुलाई बैठक
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने शनिवार को पहली बैठक बुलाई

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल विधानसभा चुनाव में सूपड़ा साफ होने के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने शनिवार को पहली बैठक बुलाई है। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय विधान भवन में होने वाली इस बैठक में पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी, विभिन्न कमेटियों व शाखाओं के प्रमुख और जिलाध्यक्ष शामिल होंगे।पार्टी के पूर्व विधायकों को भी बैठक में बुलाया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बैठक में हालिया संपन्न विधानसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार के कारणों पर चर्चा की जाएगी। इसके साथ ही वाममोर्चा के साथ गठबंधन के भविष्य पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा।

गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनाव की तरह ही इस बार भी कांग्रेस और वाममोर्चा ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था लेकिन दोनों एक भी सीट नहीं जीत पाए थे। वाममोर्चा में शामिल माकपा ने इसके लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन को जिम्मेदार ठहराया था। सूत्रों की मानें तो माकपा कांग्रेस के साथ गठबंधन जारी रखने के पक्ष में नहीं है हालांकि कांग्रेस इसे बरकरार रखना चाहती है।

पार्टी के वरिष्ठ नेता अब्दुल मन्नान कह भी चुके हैं कि विधानसभा चुनाव के नतीजों को भूलकर अब नगर निकाय चुनावों पर साथ मिलकर लड़ने पर ध्यान देने की जरूरत है। बैठक में नगर निकाय चुनावों की तैयारियों पर भी प्राथमिक तौर पर चर्चा हो सकती है, साथ ही बंगाल विधानसभा उपचुनाव में उम्मीदवार खड़े करने पर भी बातचीत संभव है। विधानसभा उपचुनाव लड़ने जा रहीं मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के खिलाफ कांग्रेस उम्मीदवार खड़ा करने के पक्ष में नहीं है।

अधीर रंजन चौधरी सार्वजनिक तौर पर यह कह चुके हैं। प्रदेश कांग्रेस के कई नेताओं ने भी इसका समर्थन किया है जबकि माकपा इसके पक्ष में नहीं है। बैठक में इस मसले पर भी चर्चा हो सकती है।

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