Bengal Chunav Hinsa: बीरभूम में तृणमूल कांग्रेस और भाजपा कार्यकताओं के बीच झड़प, एक की मौत
Bengal Chunav Hinsa दो दिन पहले भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दावा किया था कि चुनाव परिणाम आने के बाद से हुई हिंसा में कम से कम 14 भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की जा चुकी है जबकि एक लाख के करीब लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हुए हैं।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल में चुनाव नतीजों के बाद हिंसा का दौर बदस्तूर जारी है। बीरभूम जिले में तृणमूल कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि घटना दुबराजपुर विधानसभा क्षेत्र के तहत मुक्तिनगर गांव में उस समय हुई जब भाजपा के कार्यकर्ताओं के एक समूह ने शुक्रवार रात गांव वालों के घरों में घुसने की कोशिश की। अधिकारी ने कहा कि पास में मौजूद तृणमूल कांग्रेस सदस्य उन्हें बचाने आए और भाजपा कार्यकर्ताओं से उनकी झड़प हो गई, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए। घायलों का सूरी में अस्पताल में इलाज चल रहा है।
इससे पहले गुरुवार को प्रदेश भाजपा ने दावा किया कि पिछले 24 घंटे के दौरान उसके दो और कार्यकर्ताओं की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी। इसके अलावा राज्य के विभिन्न स्थानों पर भाजपा कार्यकर्ताओं व उनके घरों पर हमले का भी दावा किया है। प्रदेश भाजपा की ओर से एक बयान में कहा गया कि पूर्व बर्द्धमान जिले के केतुग्राम में 22 वर्षीय बलराम माजी पर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के गुंडों ने बेरहमी से हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया। इसके अलावा पश्चिम मेदिनीपुर जिले के घाटाल विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के शक्ति केंद्र के प्रमुख विश्वजीत महेश की तृणमूल के गुंडों ने हत्या कर दी।
इसके अलावा कोलकाता के जादवपुर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार रिंकू नस्कर के घर पर भी हमला किया गया है। इसके अलावा पार्टी की ओर से दावा किया गया है कि उत्तर 24 परगना के मिनाखां व बामनपुकुर क्षेत्र में लगभग 500 भाजपा कार्यकर्ताओं के घरों पर हमले कर भारी नुकसान पहुंचाया गया है। जान बचाने के लिए यहां कई गांवों के भाजपा समर्थक घर छोड़कर भाग गए हैं। दो दिन पहले भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दावा किया था कि रविवार को चुनाव परिणाम आने के बाद से हुई हिंसा में कम से कम 14 भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की जा चुकी है जबकि एक लाख के करीब लोग अपने घर छोड़ने को मजबूर हुए हैं।
वहीं, दो और भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या के बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 16 हो गई है। वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसेे बंगाल को बदनाम करने की भाजपा की साजिश करते देते हुए कहा कि हिंसा में जितने लोग मरे हैं उनमें से आधे तृणमूल के हैं।