चार माह से मुर्दाघर में पड़ा है भाजपा कार्यकर्ता का शव, परिवार ने कोर्ट से लगाई डीएनए रिपोर्ट के लिए गुहार
बंगाल विधानसभा चुनाव की मतगणना के दिन दो मई को महानगर के बेलेघाटा के भाजपा कार्यकर्ता अभिजीत सरकार की हत्या कर दी गई थी। उसके निधन को चार माह बीत चुके हैं लेकिन उसका शव अभी भी अस्पताल के मुर्दाघर में पड़ा है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाताः बंगाल विधानसभा चुनाव की मतगणना के दिन दो मई को महानगर के बेलेघाटा के भाजपा कार्यकर्ता अभिजीत सरकार की हत्या कर दी गई थी। उसके निधन को चार माह बीत चुके हैं, लेकिन उसका शव अभी भी अस्पताल के मुर्दाघर में पड़ा है। अब परिवार के सदस्यों ने महानगर के सियालदह कोर्ट से गुहार लगाई है कि मृत अभिजीत की डीएनए रिपोर्ट उन्हें सौंपी जाए, ताकि पहचान हो सके कि उक्त शव अभिजीत का ही है या नहीं, ताकि पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया जा सके।
परिवार के मन में यह सवाल है कि क्या वह शव अभिजीत सरकार का है? परिवार ने यह आरोप लगाया कि पुलिस ने सबूत मिटाने के लिए अभिजीत के शव को बदल दिया है। शव की पहचान के लिए डीएनए टेस्ट पहले ही किए जा चुके हैं। वह रिपोर्ट सीबीआइ के पास है। सीबीआइ ने अदालत में सीलबंद रिपोर्ट जमा दी थी। इसलिए परिवार को अभी भी नहीं पता है कि शव अभिजीत का है या नहीं। अब उसके परिवार ने कानूनी तरीके से डीएनए रिपोर्ट के लिए आवेदन किया है। मृत भाजपा कार्यकर्ता के भाई बिस्वजीत सरकार डीएनए रिपोर्ट के लिए कोर्ट में अर्जी दी है।
बिस्वजीत पिछले कुछ दिनों में एक से अधिक बार सीबीआइ अधिकारियों से मिल चुके हैं। सीबीआइ ने उस दिन कौन-कौन मौजूद था और पूरी घटना कैसे हुई, इस बारे में सारी जानकारी जुटा ली है। इसके अलावा अधिकारियों ने घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज से पांचों आरोपितों की पहचान की है। सीबीआइ ने मंगलवार को हाई कोर्ट में अर्जी दाखिल कर अभिजीत सरकार की मौत की मेडिकल रिपोर्ट से जुड़े दस्तावेज मांगे थे। सीबीआइ अधिकारियों ने रजिस्ट्रार को अर्जी दी है कि अभिजीत के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट हाईकोर्ट में है। केंद्रीय जांच एजेंसी उस रिपोर्ट को देखना चाहती है।