बंगाल भाजपा में अभी भी हैं प्रशांत किशोर के लिए काम करने वाले, भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने उठाए सवाल

बंगाल भाजपा के पूर्व अध्यक्ष व पूर्व राज्यपाल तथागत राय ने ट्वीट कर एक बार फिर पार्टी नेताओं को सकते में ला दिया। तृणमूल कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर(पीके) द्वारा दिए गए रुपये पर काम करने वाले निचले स्तर के कार्यकर्ता अभी भी बंगाल भाजपा में मौजूद हैं।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Tue, 30 Nov 2021 05:29 PM (IST) Updated:Tue, 30 Nov 2021 10:58 PM (IST)
बंगाल भाजपा में अभी भी हैं प्रशांत किशोर के लिए काम करने वाले, भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष ने उठाए सवाल
बंगाल भाजपा के पूर्व अध्यक्ष व पूर्व राज्यपाल तथागत राय

राज्य ब्यूरो, कोलकाताः बंगाल भाजपा के पूर्व अध्यक्ष व पूर्व राज्यपाल तथागत राय ने मंगलवार को ट्वीट कर एक बार फिर पार्टी नेताओं को सकते में ला दिया। उन्होंने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर(पीके) द्वारा दिए गए रुपये पर काम करने वाले निचले स्तर के कार्यकर्ता अभी भी बंगाल भाजपा में मौजूद हैं। तथागत के बयान के बाद प्रदेश भाजपा नेता सकते में हैं तो दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस प्रवक्ता कुणाल घोष ने उन पर निशाना साधा है।

तथागत ने मंगलवार सुबह ट्वीट किया कि एक समर्पित भाजपा समर्थक से मिला। उन्होंने कहा-सर, मुझे नहीं पता कि आप मुझ पर विश्वास करेंगे या नहीं। हमारे गांव में एक ने मुझे बताया  था कि 2021 के विधानसभा वोट से पहले पीके की टीम से कई लोग फोन कर रहे थे। पढ़े-लिखे युवकों को बुला रहे थे। मेरे पास भी फोन आया था और कहा कि भाजपा में शामिल होना है और तृणमूल के लिए काम करना है, इसके लिए 13,000 रुपये प्रति माह दिया जाएगा। इसलिए मुझे लगता है कि भाजपा के पास अभी भी ग्राउंड स्तर पर बहुत सारे पीके-पेड कार्यकर्ता हैं। भाजपा के लिए तब तक जीतना असंभव है जब तक उनकी पहचान नहीं हो जाती है।

इसे लेकर भाजपा प्रवक्ता जय प्रकाश मजूमदार ने कहा कि तथागत बाबू एक अनुभवी नेता हैं। उनकी टिप्पणी बेहद दुखद है। पहले वह पार्टी के नेताओं के बारे में बात कर रहे थे, लेकिन अब पार्टी के जमीनी कार्यकर्ता को निशाना बना रहे हैं जो संगठन का नेतृत्व कर रहे हैं। तथागत बाबू के पास कहने के लिए और कुछ नहीं है।

लगातार भाजपा नेताओं के खिलाफ टि्वटर पर हैं सक्रिय

विधानसभा चुनाव में भाजपा को अपेक्षित सफलता नहीं मिलने के बाद से तथागत राय कई बार पार्टी के राज्य नेतृत्व से लेकर प्रभारियों के खिलाफ रोष प्रकट कर चुके हैं। उनके निशाने पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष, प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय और तमाम केंद्रीय नेता रहे हैंष दरअसल, उनकी टिप्पणियों से गेरुआ खेमे को बार-बार शर्मिंदगी उठानी पड़ी है।

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