West Bengal Politics: बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने बाबुल सुप्रियो को बताया 'राजनीतिक पर्यटक'
West Bengal बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने पूर्व केंद्रीय मंत्री व आसनसोल से सांसद बाबुल सुप्रियो को राजनीतिक पर्यटक कहकर तंज कसा है। उनके मुताबिक पार्टी अपने मुताबिक ही चलेगी। राजनीतिक पर्यटक आएंगे और घूम-फिरकर चले जाएंगे।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने पार्टी छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री व आसनसोल से सांसद बाबुल सुप्रियो को 'राजनीतिक पर्यटक' कहकर तंज कसा है। घोष ने कहा-'पार्टी अपने मुताबिक ही चलेगी। राजनीतिक पर्यटक आएंगे और घूम-फिरकर चले जाएंगे। कौन कहां गया, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। हमें कोई धक्का नहीं लगा है बल्कि जो लोग धक्का खा रहे हैं, वे ही जा रहे हैं। बाबुल सुप्रियो के भाजपा में आने से न तो पार्टी को कोई फायदा हुआ था और न ही उनके चले जाने से कोई नुकसान हुआ है।' घोष ने आगे कहा-'अगर कोई सात साल केंद्र में मंत्री रहने के बाद भी चला जाता है तो इससे क्या समझ में आता है? राजनीति अब ईस्ट बंगाल-मोहन बगान फुटबाल क्लब जैसी हो गई है, जहां खिलाड़ियों का आना-जाना लगा रहता है।'
बंगाल भाजपा अध्यक्ष ने कहा-'बाबुल एक स्टार व सांसद हैं, लेकिन उन्होंने कभी भाजपाई बनने की कोशिश नहीं की। मैंने पहले ही कहा था कि वे राजनीतिक व्यक्ति नहीं हैं। वे जो भी करते हैं, आवेग में आकर करते हैं।' घोष ने आगे कहा-'बाबुल जहां भी गए हैं, उम्मीद है कि वहां अच्छी राजनीति करेंगे।' गौरतलब है कि दिल्ली घोष और बाबुल सुप्रियो के संबंध पिछले कुछ समय से अच्छे नहीं रहे हैं। दिलीप घोष उन पर कई बार तंज कस चुके हैं और बाबुल सुप्रियो ने भी उसका जवाब दिया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटाए जाने के बाद बाबुल सुप्रियो ने राजनीतिक संन्यास की घोषणा की थी, लेकिन शनिवार को वह अप्रत्याशित रूप से तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए। तृणमूल सूत्रों के हवाले से खबर है कि बाबुल सुप्रियो को पार्टी में अहम जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
गौरतलब है कि पार्टी बदलने के बाद बाबुल ने कहा कि वह आसनसोल से सांसद पद से भी इस्तीफा दे देंगे। आगामी सोमवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से वह मुलाकात करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि टीएमसी में शामिल होकर अब मैं खुश हूं और राजनीति छोड़ने का मेरा फैसला गलत और भावनात्मक था। खबर है कि टीएमसी की महिला नेता अíपता घोष द्वारा हाल ही में राज्यसभा सदस्य के पद से इस्तीफे के चलते खाली हुई सीट से पार्टी बाबुल को संसद भेज सकती है। पिछले दिनों हुए कैबिनेट विस्तार में मोदी मंत्रिमंडल से हटाए जाने के बाद से ही बाबुल नाराज चल रहे थे। 31 जुलाई को उन्होंने घोषणा की थी कि वह राजनीति छोड़ रहे हैं।