बंगाल विस अध्यक्ष ने लोकसभा अध्यक्ष से राज्यपाल जगदीप धनखड़ की अत्यधिक दखलअंदाजी की शिकायत की

Governor Jagdeep Dhankhar बंगाल सरकार के साथ राज्यपाल जगदीप धनखड़ का टकराव बढ़ता ही जा रहा है। उन्होंने खुद को संविधान का रक्षक बताते हुए राज्य की विभिन्न भूमिकाओं की बार-बार आलोचना की है और मुख्यमंत्री पर हमला बोला है।

By Vijay KumarEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 05:52 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 05:56 PM (IST)
बंगाल विस अध्यक्ष ने लोकसभा अध्यक्ष से राज्यपाल जगदीप धनखड़ की अत्यधिक दखलअंदाजी की शिकायत की
सदन के कामकाज में बेवजह हस्तक्षेप कर रहे हैं राज्यपाल

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल सरकार के साथ राज्यपाल जगदीप धनखड़ का टकराव बढ़ता ही जा रहा है। उन्होंने खुद को संविधान का रक्षक बताते हुए राज्य की विभिन्न भूमिकाओं की बार-बार आलोचना की है और मुख्यमंत्री पर हमला बोला है। अब बंगाल विधानसभा अध्यक्ष बिमान बंद्योपाध्याय ने संसदीय लोकतंत्र से जुड़े मामलों और सदन के कामकाज में राज्यपाल जगदीप धनखड़ की अत्यधिक दखलअंदाजी को लेकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से शिकायत की है।

बनर्जी ने मंगलवार को वर्चुअल रूप से आयोजित ऑल इंडिया स्पीकर्स कांफ्रेंस के दौरान राज्यपाल की गतिविधियों पर सवाल उठाया। बनर्जी ने कहा कि विधानसभा द्वारा पारित होने के बावजूद कई विधेयक राज्यपाल के पास अटके हुए हैं क्योंकि उन्होंने उन पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। पश्चिम बंगाल के संसदीय लोकतंत्र के इतिहास में यह अभूतपूर्व है। ऐसी स्थिति पहले कभी पैदा नहीं हुई। बनर्जी ने कहा कि उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष को संसदीय लोकतंत्र और विधानसभा के कामकाज में राज्यपाल जगदीप धनखड़ की अत्यधिक दखलअंदाजी के बारे में बताया। हालांकि राज्यपाल ने अभी तक इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।

टीएमसी ने राज्यपाल पर साधा निशाना तो समर्थन में उतरी भाजपा

-टीएमसी के वरिष्ठ नेता और विधायक तापस रॉय ने कहा कि हम लंबे समय से कहते आ रहे हैं कि मौजूदा राज्यपाल एक खास राजनीतिक दल के मुखपत्र की तरह काम कर रहे हैं। वह न केवल राज्य के मामलों में दखल दे रहे हैं बल्कि बंगाल सरकार की छवि भी खराब कर रहे हैं। बहरहाल, भाजपा की पश्चिम बंगाल ईकाई राज्यपाल के समर्थन में उतरी और उसने दावा किया कि उन्होंने सच्चाई का खुलासा किया है। भाजपा के प्रदेश प्रमुख दिलीप घोष ने कहा कि टीएमसी राज्यपाल से नाराज है क्योंकि उन्होंने राज्य में अराजक स्थिति का पर्दाफाश कर दिया है। पहले भी उनके खिलाफ शिकायतें आई हैं लेकिन वे सभी निराधार ही थीं।

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