Bengal Politics: सुवेंदु अधिकारी ने मुकुल रॉय को विधायक पद से इस्तीफा देने की चेतावनी दी
Begal Politics सुवेंदु ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि मुकुल इस्तीफा दे देंगे नहीं तो बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष से उनके खिलाफ दलबदल विरोधी कानून लागू करने की अपील की जाएगी। उन्होंने मुकुल रॉय पर निशाना साधते हुए कहा कि वे कभी चुनाव नहीं जीते।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता । बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि अगर तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए मुकुल रॉय मंगलवार तक विधायक पद से इस्तीफा नहीं देते हैं, तो भाजपा विधानसभा अध्यक्ष के पास आवेदन कर उनकी बर्खास्तगी की मांग करेगी। विरोधी दल के नेता सुवेंदु ने मुकुल को विधायक पद से बर्खास्त करने के लिए जरूरी होने पर कोर्ट जाने की भी चेतावनी दी।
सुवेंदु ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि मुकुल रॉयइ स्तीफा दे देंगे नहीं तो बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष से उनके खिलाफ दलबदल विरोधी कानून लागू करने की अपील की जाएगी। उन्होंने मुकुल रॉय पर निशाना साधते हुए कहा कि वे कभी चुनाव नहीं जीते। भाजपा ने ही उन्हें विधायक बनाया है। सुवेंदु ने इस दिन भाजपा विधायकों के प्रतिनिधिदल के साथ राजभवन जाकर राज्यपाल जगदीप धनखड़ से भी मुलाकात की।
उन्होंने राज्यपाल को बंगाल में कानून व्यवस्था की मौजूदा स्थिति समेत विभिन्न महत्वपूर्ण पहलुओं से अवगत कराया और उनसे हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया।उन्होंने राज्य में दलबदल विरोधी कानून लागू करने के लिए राज्यपाल से गुहार भी लगाई। सुवेंदु ने आगे कहा कि मुकुल रॉय ने 2001 में जगदल से चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली थी। उसके बाद उन्हें चुनावी मैदान में नहीं देखा गया। 20 साल बाद भाजपा ने उन्हें विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया और वे कृष्णानगर उत्तर सीट से विजयी हुए। कृष्णानगर उत्तर सीट पर भाजपा की स्थिति बहुत मजबूत है। वहां से अगर भाजपा के बूथ अध्यक्ष भी खड़े होते तो उनकी जीत भी पक्की थी।
गौरतलब है कि कृष्णानगर उत्तर सीट पर मुकुल ने तृणमूल प्रत्याशी व बांग्ला फिल्मों की चर्चित अभिनेत्री कौशानी मुखर्जी को मात दी थी। सूत्रों ने बताया कि सुवेंदु को भाजपा में शामिल कराने में मुकुल की अहम भूमिका रही है। इससे पहले मुकुल और सुवेंदु तृणमूल में लंबे समय तक साथ में काम कर चुके हैं।