बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले तेज हुआ तृणमूल-भाजपा नेताओं में कानूनी नोटिस भेजने का दौर

बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दलों विशेषकर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और मुख्य विपक्षी दल की भूमिका में नजर आ रही भाजपा में आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। दोनों दलों के नेता एक-दूसरे पर तीखे शब्दबाण चला रहे हैं।

By Pooja SinghEdited By: Publish:Thu, 21 Jan 2021 08:03 PM (IST) Updated:Thu, 21 Jan 2021 08:11 PM (IST)
बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले तेज हुआ तृणमूल-भाजपा नेताओं में कानूनी नोटिस भेजने का दौर
बंगाल में चुनाव से पहले तेज हुआ तृणमूल-भाजपा नेताओं में कानूनी नोटिस भेजने का दौर

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक दलों, विशेषकर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और मुख्य विपक्षी दल की भूमिका में नजर आ रही भाजपा में आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। दोनों दलों के नेता एक-दूसरे पर तीखे शब्दबाण चला रहे हैं। अशालीन टिप्पणियां भी खूब की जा रही हैं। इसे लेकर कानूनी नोटिस भेजने का सिलसिला भी तेज हो गया है। हाल में दोनों दलों के नेताओं की तरफ से एक-दूसरे को कई मानहानि नोटिस भेजे जा चुके हैं।

ताजा मामला तृणमूल कांग्रेस सांसद अभिषेक बनर्जी और पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए सुवेंदु अधिकारी का है। अभिषेक ने सुवेंदु पर खेजुरी की सभा से उनके खिलाफ अशालीन टिप्पणी करने का आरोप लगाते हुए उन्हें मानहानि का नोटिस भेजा है। अभिषेक के अधिवक्ता की तरफ से भेजे गए इस नोटिस में उनके मुवक्किल के लिए सुवेंदु द्वारा 'रंगदारÓ जैसे आपत्तिजनक शब्द का प्रयोग करने का आरोप लगाया गया है। सुवेंदु से अपना बयान वापस लेते हुए बिना किसी शर्त के माफी मांगने को कहा गया है, अन्यथा उनके खिलाफ कानूनी कदम उठाने की बात कही गई है।

दूसरी तरफ तृणमूल प्रवक्ता कुणाल घोष ने भी भाजपा नेता शोभन चटर्जी पर उन्हें अपराधी  कहने का आरोप लगाते हुए उन्हें कानूनी नोटिस भेजा है। इससे पहले बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष अभिषेक बनर्जी पर उन्हें 'गुंडाÓ कहने का आरोप लगाते हुए कानूनी नोटिस भेज चुके हैं तो अभिषेक बनर्जी ने भी उनके खिलाफ अशालीन टिप्पणी के लिए केंद्रीय मंत्री व भाजपा सांसद बाबुल सुप्रियो को नोटिस भेजा था।

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