सावधान, कोविड काल में अब अनाथ बच्चों की गोद के नाम पर ठगी

इंटरनेट पर देखने को मिल रहे हैं बच्चों को गोद लेने की अपील करने वाले पोस्ट धोखेबाजों की ओर से बच्चा गोद लेने के एवज में की जा रही है मोटी रकम की मांग। जानकार इस तरह के पोस्ट के जाल में नहीं फंसने के लिए कर रहे हैं सतर्क।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Sat, 05 Jun 2021 09:44 AM (IST) Updated:Sat, 05 Jun 2021 09:44 AM (IST)
सावधान, कोविड काल में अब अनाथ बच्चों की गोद के नाम पर ठगी
कोरोना काल में अब अनाथ बच्चों की गोद के नाम पर ठगी

कोलकाता, इंद्रजीत सिंह। कोरोना काल में अब अनाथ बच्चों की गोद के नाम पर ठगी शुरू हो गई है और इस तरह के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इसके लिए इंटरनेट मीडिया का इस्तेमाल किया जा रहा है। धोखेबाजों का एक वर्ग अनाथ बच्चों की जिम्मेदारी के लिए अपील कर इस धंधे को अंजाम दे रहा है।

दरअसल कोरोना काल में इंटरनेट मीडिया पर बच्चों को गोद लेने की अपील करने वाले अनेक पोस्ट देखनेेे को मिल रहे हैं। वहीं, उन बच्चों को गोद लेने के लिए आवेदन किया जा रहा है। फोन नंबर भी दिया गया है। कई नेट यूजर्स ऐसे पोस्ट शेयर कर रहे हैं। लेकिन उन पोस्ट के साथ दिए गए नंबर पर कॉल करने पर अक्सर कोई जवाब नहीं मिलता है। कई बार बच्चा गोद लेने के एवज में मोटी रकम की मांग की जा रही है।

कोलकाता के गड़िया के रहने वाले एक दंपती ने कहा कि मैंने कुछ दिन पहले इंटरनेट मीडिया पर ऐसा पोस्ट देखा और नीचे दिए गए नंबर पर कॉल किया। पहले दो-दो दिन तक किसी ने फोन नहीं पकड़ा। उसके बाद एक दिन किसी ने फोन पकड़ा और गोद लेने के बदले मोटी रकम मांगी। कोलकाता के उल्टाडांगा निवासी एक अन्य महिला ने दावा किया कि उन्हें कोरोना में मृत माता-पिता के अनाथ बच्चे को लेने के लिए एक अज्ञात नंबर से फोन किया गया था। इतना ही नहीं उससे मोटी रकम की मांग की थी।

जानकार कर रहे हैं सतर्क

-जानकार इंटरनेट मीडिया पर इस तरह के पोस्ट के जाल में नहीं फंसने के लिए सतर्क कर रहे हैं। उनका कहना है कि अनाथ बच्चे के मामले में पुलिस या बाल कल्याण समिति से संपर्क करना चाहिए। इसके अलावा बच्चे को गोद लेने के लिए कुछ कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करना होता है। नहीं तो बाद में परेशानियों का सामना करने का जोखिम रहता है।

इंटरनेट मीडिया पर इस तरह के पोस्ट को लेकर बाल कल्याण समिति  की अध्यक्ष महुआ शूर रॉय ने कहा कि ज्यादातर मामलों में दिया जा रहा नंबर मान्य नहीं होता है। बिना जांचें इस तरह से कोई भी जानकारी पोस्ट या शेयर नहीं करना चाहिए। इसके बजाय पुलिस स्टेशन या चाइल्डलाइन से संपर्क करना चाहिए। इससे जितनी जल्दी हो बच्चे को बचाया जा सकेगा।

गोद की अपील का पोस्ट करना अपराध

-इंडियन स्कूल ऑफ एंटी हैकिंग के निदेशक संदीप सेनगुप्ता ने कहा कि इंटरनेट मीडिया पर ऐसी चीजें पोस्ट करना अपराध है। ऐसे पोस्ट के जरिए बदमाश कई तरह के आपराधिक कृत्य कर सकते हैं। पुलिस चाहे तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर सकती है। कोलकाता पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि बाल सुरक्षा के किसी भी मामले में पुलिस हमेशा सक्रिय रहती है। ऐसी कोई शिकायत मिलने पर तत्काल कार्रवाई की जाती है। अनाथ बच्चों के बारे में पुलिस से संपर्क करना चाहिए। पुलिस आवश्यक कार्रवाई करेगी।

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