बांग्लादेश में हुए सांप्रदायिक दंगे पर भाजपा नेता अनिर्बान गांगुली का दावा, 'पहले से तैयार थी हिंदू समुदाय पर हमले की योजना'

बंगाल में भाजपा के वरिष्ठ नेता अनिर्बान गांगुली ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए हालिया हमलों पर चिंता जताते हुए बड़ा दावा किया है।उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के अवसर पर पूजा मंडपों और मंदिरों में तोड़फोड़ एवं हिंदुओं पर हमले के पीछे एक बड़ी साजिश है

By Vijay KumarEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 05:45 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 05:45 PM (IST)
बांग्लादेश में हुए सांप्रदायिक दंगे पर भाजपा नेता अनिर्बान गांगुली का दावा, 'पहले से तैयार थी हिंदू समुदाय पर हमले की योजना'
हिंसा पर टीएमसी की चुप्पी पर साधा निशाना

राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में भाजपा के वरिष्ठ नेता अनिर्बान गांगुली ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए हालिया हमलों पर चिंता जताते हुए बड़ा दावा किया है।उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के अवसर पर पूजा मंडपों और मंदिरों में तोड़फोड़ एवं हिंदुओं पर हमले के पीछे एक बड़ी साजिश है और इसकी योजना पहले से तैयार थी। उन्होंने इसे सुनियोजित हिंसा बताते हुए कहा कि दुर्गा पूजा मंडप में एक पवित्र क़ुरान रखा गया था।

अधिकारियों को इस मामले की जांच करनी चाहिए कि मंडप में यह पवित्र कुरान किसने रखा था।पूरे क्षेत्र में एक गलत संदेश वायरल किया गया था जिससे हिंसा हुई। यह स्पष्ट है कि हिंसा सुनियोजित थी। हालांकि भाजपा नेता गांगुली ने बांग्लादेश की मौजूदा शेख हसीना सरकार को आश्वासन दिया कि उन्हें भारत का पूरा समर्थन मिलेगा। जब भाजपा नेता गांगुली से तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमलों के खिलाफ नहीं बोलने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, टीएमसी का इससे कोई लेना-देना नहीं है।

उन्होंने कहा कि बंगाली हिंदू कहां मरे या वह कहां जीवित हैं इससे टीएमसी को कोई लेना-देना नहीं है, उन्हें केवल बंगाल में 30-33 फीसद वोट हासिल करना है। यहीं उनकी चाहत है और वह ऐसा करते रहेंगे।30-33 फीसद वोट को लेकर उनका इशारा अल्पसंख्यक समुदाय की तरफ था।बता दें कि हाल में दुर्गा पूजा के दौरान बांग्लादेश में पूजा मंडपों, मंदिरों, हिंदू घरों पर हमला किया गया था। इस हमले में कुछ लोगों की जानें भी गईं है।

हिंदुओं के खिलाफ हिंसा के कम से कम 71 मामले सामने आए और इंटरनेट मीडिया पर अफवाहें फैलाने के आरोप में 450 से अधिक गिरफ्तारियां भी हुईं। बता दें कि बांग्लादेश में एक अफवाह के कारण सांप्रदायिक तनाव अपने चरम पर था। जिस अफवाह की वजह से बांग्लादेश में इतनी हिंसा हुई वह ये था कि कुमिला में एक पूजा मंडप में कुरान का अपमान किया जा रहा था।

इससे देश के कई हिस्सों में हिंसा भड़की। 13 अक्टूबर को चांदपुर के हाजीगंज में एक पूजा स्थल पर हुए हमले के दौरान पुलिस की गोलीबारी में चार लोगों की मौत हो गई थी। इसके अलावा, नोआखली के चौमुहानी में हिंदू मंदिर पर हुए हमले में 15 अक्टूबर को दो लोगों की मौत हो गई थी।

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