सावधान! साइबर जालसाजों ने श्रीरामपुर के बुजुर्ग के खाते से उड़ाए 10 लाख रुपये

अवकाश प्राप्त असीम कुमार की बैंक में जीवन भर की जमा पूंजी पर ही जालसाजों ने चपत लगा दी। ठगी का शिकार हुए असीम कुमार ने इस घटना की शिकायत चंदननगर कमिश्नेट के साइबर क्राइम सेल में दर्ज कराई है।

By Priti JhaEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 09:29 AM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 09:29 AM (IST)
सावधान! साइबर जालसाजों ने श्रीरामपुर के बुजुर्ग के खाते से उड़ाए 10 लाख रुपये
साइबर जालसाजों ने बुजुर्ग के खाते से उड़ाए 10 लाख रुपये

राज्य ब्यूरो, कोलकता। साइबर क्राइम के जरिए लोगों को ठगने  वाले गिरोह से सावधान होने के लिए बार- बार सचेत करने के बाद भी लोग इसके झांसे में आ जा रहे है। इसी प्रकार की एक घटना में साइबर जालसाजों ने हुगली जिले के श्रीरामपुर के रहने वाले बुजुर्ग असीम कुमार नंदन को अपना शिकार बनाते हुए एक फोन कॉल के बाद उनके खाते से 10 लाख रुपये उड़ा लिया। इस घटना के बाद से असीम बेहद मानसिक तनाव में है।

जानकारी के मुताबिक, अवकाश प्राप्त असीम कुमार की बैंक में जीवन भर की जमा पूंजी पर ही जालसाजों ने चपत लगा दी। ठगी का शिकार हुए असीम कुमार ने इस घटना की शिकायत चंदननगर कमिश्नेट के साइबर क्राइम सेल में दर्ज कराई है। साइबर सेल के अधिकारियों का कहना है कि शिकायत के आधार पर जांच शुरू की गई है।

ऐसे लिया झांसे में

इधर, असीम कुमार का कहना है कि उनके दो सेविंग अकाउंट है। 28 जुलाई की शाम को एक फोन आया था। फोन करने वाले ने कहा कि आपके एकाउंट का बैलेंस काफी कम है। आपको इस एकाउंट में रुपये डालना होगा या फिर एकाउंट नंबर देना होगा। उस जालसाज के चक्कर में आकर असीम कुमार ने अपने दोनों सेविंग एकाउंट का नंबर उसे बता दिया। इसके कुछ देर बाद उनके मोबाइल पर एक ओटीपी नंबर आया। जालसाजों की बात में आकर इस बुजुर्ग ने ओटीपी नंबर भी उसे बता दिया। रात दो बजे तक उनके एकाउंट से दस लाख रुपये धीरे- धीरे करके जालसाजों ने निकाल लिया। 

साइबर क्राइम द्वारा ठगी के शिकार होने की बात जब असीम कुमार को समझ में आई तो उनका होश उड़ गया। इसके बाद उन्होंने साइबर सेल में इसकी शिकायत की।

मालूम हो कि इस प्रकार की जालसाजी का शिकार हुए कई व्यक्ति के पैसे को जांच के बाद साइबर सेल ने वापस भी दिलाया है। असीम कुमार को भी आशा है कि उनके एकाउंट से गायब हुआ पैसा भी पुलिस जरूर वापस लाएगी। कुमार नंदन एक गैर सरकारी संस्था से अवकाश प्राप्त हुए हैं। रिटायर्ड के बाद अपनी जमा पूंजी बैंक में रखी थी। 

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